144 वर्षों बाद मंडी पहुंचे देवता देव अनंत बालूनाग, दिखा अलौकिक नजारा

अपनी ही व्यवस्था के साथ चलते हैं देव अनंत बालूनाग

उज्ज्वल हिमाचल। मंडी

कुल्लू घाटी के प्रसिद्ध देव अनंत बालूनाग के छोटी काशी मंडी पहुंचने से पूरा शहर भक्तिमय हो गया है। बता दें कि वर्ष 1880 से 144 साल के लंबे अंतराल के बाद मंडीवासी देव अनंत बालूनाग के दर्शनों का शिवरात्रि महोत्सव में रसपान कर रहे हैं। देव अनंत बालूनाग को अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का निमंत्रण नहीं दिया गया है। लेकिन देव अनंत बालूनाग के मंडी शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने का कोई उल्लेख इतिहास में मौजूद नहीं होना काफी हैरान कर देने वाला है। इससे मंडी जिला प्रशासन और सर्व देवता कमेटी शिवरात्रि मेले के इतिहास को संजोए रखने में असफल रहे हैं। जानकारी देते हुए देव अनंत बालूनाग के मोहता बलबीर ठाकुर ने कहा कि इस वर्ष देव अनंत बालूनाग के शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने के आदेश पर मंडी आए हैं।

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी मंडी शिवरात्रि आने के लिए प्रयास किए गए थे। जिला प्रशासन से देव अनंत बालूनाग का मेले से जुड़े लिखित इतिहास का अधिकारिक रिकॉर्ड जानने की कोशिश भी की गई। लेकिन प्रशासन ने उन्हें इससे संबंधित अधिकारिक रिकॉर्ड आग लग जाने की जानकारी दी गई। बलवीर ठाकुर ने सवाल उठाते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने को लेकर सिर्फ देव अनंत बालूनाग का ही अधिकारिक रिकॉर्ड आग की भेंट चढ़ा है। फिर अन्य देवी-देवताओं का रिकॉर्ड प्रशासन के पास कैसे मौजूद है। उन्होंने कहा कि सर्व देवता कमेटी मंडी के अध्यक्ष ने भी उनके पास मात्र वर्ष 1954-55 के समय का ही अधिकारिक रिकॉर्ड उपलब्ध होने की बात कही गई। लेकिन इस प्रकार से बालूनाग का रिकॉर्ड उपलब्ध होने से उनका शिवरात्रि महोत्सव से अस्तित्व नहीं मिट गया है। उन्होंने शिवरात्रि महोत्सव से जुड़े प्राचीन देवताओं का रिकॉर्ड खगांल के साथ उन्हें पहले ही भांति मेले में बुलाने की मंडी प्रशासन से मांग की है।

बलवीर ठाकुर ने कहा कि शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने को लेकर मंडी प्रशासन के सहयोग के लिए आभार प्रकट करते हैं। जब देवता ने कुल्लू घाटी के बंजार के सुरागी से मंडी के लिए प्रस्थान किया था तो देव कमेटी को उन पर मंडी प्रशासन द्वारा धारा 144 लगाने की आशंका थी। लेकिन प्रशासन ने पूरी विनम्रता से देव अनंत बालूनाग का स्वागत किया।उन्होंने कहा कि देव बालूनाग अपनी ही व्यवस्था के साथ चलते हैं और विभिन्न कार्यों को लेकर कमेटियां बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि देव अनंत बालूनाग लक्ष्मण व बलराम अवतार हैं और मंडी शिवरात्रि में माधोराय तथा बड़ा देव कमरूनाग से मिलने आए हैं। देव बालूनाग की हार (क्षेत्र) कुल्लू और मंडी दोनों जिला में पड़ती है। दोनों जगहों पर बालूनाग के मंदिर मौजूद हैं। बलवीर ठाकुर ने कहा कि देव आज्ञानुसार ही अगले शिवरात्रि मेले में आने को लेकर निर्णय लिया जाएगा।

ब्यूरो रिपोर्ट मंडी

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