जोगिंद्रनगर पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल, जय हिंद के नारों से हुआ भव्य स्वागत

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

भारत पाकिस्तान के युद्ध में भारत की स्वर्णिम विजय की 50वीं वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए प्रदेश और देश भर में परिक्रमा करते हुए जोगिंद्रनगर पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल का जय हिंद के नारों से भव्य स्वागत हुआ। शहर की आरंभ सीमा गुरूद्वारा परिसर के नजदीक पूर्व सैनिकों की अगवाई में खिलाड़ियों और स्थानीय लोगों ने विजय मशाल का स्वागत किया। शहर की परिक्रमा करते हुए पूर्व सैनिक सदन में पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल को करीब एक घंटे तक पूर्व सैनिकों के दर्शनों के लिए रखा गया। इस दौरान ब्रिगेडियर संदीप एस शारदा ने उपस्थित पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को बताया कि सन् 1971 में भारत की पाकिस्तान पर शानदार जीत की 50वीं वर्षगांठ का यह ऐतिहासिक अवसर देश भर में स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।

देश के अलग-अलग कोनों में चार स्वर्णिम विजय मशाल देशवासियों को भारत पाक युद्ध में वीर सैनिकों की शहादत और उनके पराक्रम की यह गौरवशाली यात्रा 21 दिसंबर को दिल्ली पहुंचेगी जहां पर वीर सैनिकों को श्रद्धाजंली देकर उनके पराक्रम को सराहा जाएगा। कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ वाईस चेयरमैन रविंद्र ठाकुर, कैप्टन चंद्र, सुबेदार मेजर शेष राम, नेक राम, बुद्धि सिंह, राम पाल, कैप्टन भगत राम व शरद शर्मा ने बताया कि यात्रा से देश और प्रदेशवासियों में नवऊर्जा का संचार हो रहा है। जोगिंद्रनगर पहुंचने पर पूर्व सैनिकों ने स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा का जय हिंद के नारों से स्वागत कर 1971 के वीर सैनिकों के पराक्रम को याद किया।

जोगेंद्रनगर में पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा का स्वागत करने के बाद मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि 1971 के युद्ध में प्रदेश के जांबाज सैनिकों का भी अहम योगदान रहा है। गौरवशाली यात्रा से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। स्वर्णिम विजय मशाल को देश के लिए गौरव का पर्व बताते हुए कहा कि देश की आन-वान व शान के लिए सेना में शामिल होने के लिए उत्साहित युवाओं को इससे प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम के अंत में 1971 के युद्ध में शामिल रहे पूर्व सैनिकों को भी बिग्रेडियर संदीप एस शारदा की ओर से सम्मानित किया गया।

इनमें पूर्व सैनिक भगत राम, तुलसी राम, कृष्ण, प्रेम सिंह वर्मा, राजेंद्र सिंह, लक्ष्मण दास, चतर सिंह, चंदन सिंह, वीर सिंह, खजाना राम, विशंभर चंद, कडकू राम, घनू राम, मोहन सिंह, भागीरथ, मनोहर लाल, ओपी शर्मा, सुभाष सिंह, ज्ञान चंद, पीएस राठौर, रसील चंद, जेसी कटोच, डीआर वर्मा, स्वर्ण कुमार चंदेल, सोहन सिंह, भाग सिंह, मंगत राम, रूप सिंह राठौर, जगरूप सिंह, सोहा थापा, शेर सिंह, नेक राम, धर्म सिंह, दिलीप सिंह, मंगत राम, रोशन लाल, संत सिंह, श्रवण सिंह, शरणू, गुरदयाल सिंह, पूर्ण चंद, सिद्धू राम व प्यार सिंह आदि मौजूद रहे।