राजकीय आर्य महाविद्यालय में परस्पर संवाद सत्र का आयोजन

भारतीय सेना में कैरियर के विभिन्न अवसरों बारे दी जानकारी

राजकीय आर्य महाविद्यालय में एक परस्पर संवाद सत्र का आयोजन किया। इस अवसर पर सेवा निर्मित कर्नल ए. आर. कौशल ने भारतीय सेना में कैरियर के विभिन्न अवसरों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। इस अवसर पर कैडेट्स पायलटिंग करते हुए प्राचार्य महोदय डॉ. अनिल कुमार ठाकुर व मुख्य अतिथि कर्नल कौशल को प्राचार्य कार्यालय से साइंस विभाग के कमरा 104 तक लेकर गए। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि को पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया गया। इसके पश्चात कैडेट पल्लवी ने महाविद्यालय के सत्र 2023-24 में हुई विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। मुख्य अतिथि कर्नल कौशल ने एनसीसी कैडेटों को अपने कारगिल और सियाचिन युद्ध के दौरान हुए जीवन अनुभव एवं एक सैनिक के जीवन के बारे में जानकारी दी।

इसके पश्चात उन्होंने कैडेटों से पूछा कि यदि तुम सपने देखते हो और अगर सेना में जाना चाहते हो तो आप सेना में जा सकते हैं। भारतीय सेना में केवल वही लोग जा सकते हैं जो कि अपने जीवन में कुछ अलग करना चाहते हैं। उन्होंने भारतीय सेना की प्राथमिक व माध्यमिक भूमिका के बारे में चर्चा की। तत्पश्चात उन्होंने प्रथम कश्मीर युद्ध (1947), चीन भारत युद्ध (1962), भारत पाक युद्ध (1965 व 1971) तथा उन्होंने बताया कि 1971 में पाकिस्तान को बड़ी हार का सामना करना पड़ा तथा पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया और बांग्लादेश के रूप में एक नया देश बना। उन्होंने बताया कि 1971 का पाकिस्तान सेना द्वारा किया गया सरेंडर आज तक का सबसे बड़ा सरेंडर है। तत्पश्चात उन्होंने भारतीय सेना द्वारा की जाने वाली जवाबी कार्रवाई, संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना, आंतरिक सुरक्षा के बारे में जानकारी दी। हमें भारतीय सेना में क्यों जाना चाहिए इसके बारे में भी उन्होंने विस्तार पूर्वक बताया।

इसके पश्चात भारतीय सेना में एक अधिकारी के रूप में विभिन्न रैंक तथा नौकरी की सुरक्षा, जीवन स्तर, आत्म सम्मान व सेना में मिलने वाले आर्थिक और अन्य लाभ के बारे में भी जानकारी दी। भारतीय सेना केवल रोजगार का ही नहीं अपितु सेना के नौजवानों व उनके बच्चों को शिक्षा, खेलकूद, साहस इत्यादि गतिविधियों को भी करवाता है यह भी उन्होंने जानकारी दी। उन्होंने सेना के विभिन्न आयोग के बारे में विस्तार पूर्वक वर्णन किया जिसमें एनडीए, आई. एम. ए. में डायरेक्ट एंट्री, इंजीनियरिंग एंट्री, विश्वविद्यालय एंट्री, तकनीकी ओर नॉन तकनीकी तथा एनसीसी स्पेशल एंट्री के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

उन्होंने सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के स्टेज के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम में एनसीसी के 80 कैडेट्स ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य महोदय डॉ अनिल कुमार ठाकुर ने मुख्य अतिथि को समृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया। इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर संजय जसरोटिया, प्रोफेसर सीमा ओहरी, डॉ. दिलजीत सिंह, डॉ. सोहन, एनसीसी के ए. एन. ओ. लेफ्टिनेंट सुरजीत कुमार, प्रोफेसर सुरजीत सिंह, प्रोफेसर शिव कुमार, डॉक्टर मनोज, डॉक्टर रोहित और डॉक्टर सुरेश चौधरी भी उपस्थित रहे।

संवाददाताः विनय महाजन

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