ईसाई मिशनरी की गतिविधियों पर अंकुश लगाए सरकार : विहिप

राजीव ठाकुर। मंडी

हिमाचल प्रदेश में ईसाई मिशनरी गुपचुप तरीके से धर्म परिवर्तन करवाने की घिनौनी करतूतों को अंजाम दे रही है। ईसाई मिशनरी के लोग गरीब व भोले भाले लोगों को धन का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं। मंडी में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा व जिला अध्यक्ष हरमीत सिंह बिट्टू ने यह शब्द कहे।

उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू में एक पादरी द्वारा महिला व उसकी बेटी को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाना तथा सनातन धर्म की खिल्ली उड़ाने का मामला जो सामने आया है, वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस पादरी के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई को अमल में लाए अन्यथा विश्व हिंदू परिषद आंदोलन शुरू करने में मजबूर हो जाएगा। इस पादरी की हिम्मत कि वह हिंदुओं के देवी-देवताओं पर टिप्पणी करें व हिंदुओं को धमकाने का दुस्साहस करें यह हिंदुओं के लिए सहन नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के दूरदराज क्षेत्राें में ईसाई मिशनरी के पदाधिकारियों द्वारा अनेक तथाकथित संस्थाएं बनाकर सेवा के नाम पर धर्म परिवर्तन को अंजाम दे रहे हैं। ईसाई मिशनरी के पादरी व अन्य दलाल लोगों को जादू टोना, झाड़-फूंक और अनेक हथकंडे अपनाकर हिंदू धर्म के खिलाफ भड़का रहे हैं और उनका धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं।

ईसाई मिशनरी को धन की फंडिंग कहां से होती है तथा इस गोरखधंधे में कौन से लोग इन वर्ल्ड है, उनकी भी सरकार को जांच करनी चाहिए। इस शांत प्रदेश को अशांत करने और प्रदेश में कानून को ठेंगा दिखाने का यह लोग काम कर रहे हैं। हिंदू धर्म के देवी-देवताओं का उपहास उड़ाते हैं, जो सहन नहीं होगा। प्रदेश सरकार ने बशर्ते धर्मांतरण पर कानून बना रखा है, मगर लचर व्यवस्था के चलते स्थानीय अधिकारी व पुलिस इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हिमाचल के कई स्थानों में अवैध मस्जिदों का निर्माण किया गया है। इसके बारे में भी सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा की ईसाई मिशनरी की जो गतिविधियां चल रही है। विश्व हिंदू परिषद की उसमें कड़ी नजर है तथा सनातन धर्म के खिलाफ किसी भी एजेंसी को बोलने की इजाजत नहीं देगा।