तीन दिनों बाद भी उमंडल के बाज़ारों से रौनक गायब

एसके शर्मा। बड़सर

अनलॉक-1 के तीन दिनों बाद भी उपमंडल बड़सर में जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है। हालात ये हैं कि प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में दी गई ढील के बावजूद भी लोग बाजारों का रुख नहीं कर रहे हैं। नए आदेशों के बाद अब दुकानदार सुबह 6 से शाम 8 बजे तक दुकानें खोल सकते हैं, लेकिन उपमंडल के अधिकत्तर बाजार शाम को 4 से 5 बजे तक बंद हो रहे हैं। इसके अलावा बड़सर क्षेत्र में निजी बस ऑपरेटरों ने बसें चलाने से किनारा किया हुआ है।

बताते चलें कि उपमंडल के तहत आने वाले मैहरे, गारली, बिझड़ी, सलौनी, चकमोह सहित अन्य बाजारों में दुकानदार शाम 4 से 5 बजे तक ही दुकानें खोल रहे हैं। बाजारों के दुकानदारों नें बताया कि बाजार में ग्राहक बिल्कुल कम होने से धंधा 10 प्रतिशत भी नहीं हो पा रहा है। कोरोना खौफ के चलते लोग बसों में बैठने से भी करता रहे हैं।

यही कारण है कि निजी बस ऑपरेटरों नें बसें चलाने से हाथ खड़े कर दिए हैं, जबकि सरकारी बसों में भी इक्का दुक्का ही सवारियां नजर आ रही हैं। ऐसे में दुकानदार भी खाली बैठकर अपने आपको बीमारी की चपेट में नहीं लाना चाहते हैं। ज्यादातर दुकानदारों ने कहा कि बाजारों में खाली बैठकर गप्पें लड़ाने से बेहतर है कि घर पर रहकर अपने आपको व परिवार को सुरक्षित रखा जाए।

उधर, व्यापार मंडल प्रधान मैहरे विनोद लखनपाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव व ग्राहकों के न आने के चलते कमेटी ने सुबह 9 से 5 बजे तक दुकानें खोलने का फैसला लिया है। वहीं, सलौनी व्यापार मंडल प्रधान संजीव पठानिया ने कहा कि सभी व्यापारियों की सहमति के बाद दुकानें शाम 5 बजे तक बंद करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने दुकानदारों व आम लोगों से वायरस बचाव के उपाय अपनाने व जरूरत के मुताबिक ही घरों से निकलने की अपील की है।