12 प्रतिशत जीएसटी लगाने के निर्णय काे तुरंत निरस्त करे सरकार : अध्यक्ष

पहली जनवरी 2022 से बढ़ने जा रहे जीएसटी टैक्स को लेकर व्यापार मंडल कांगड़ा की व्यापारियों के साथ हुई बैठक

अंकित वालिया। कांगड़ा

व्यापार मंडल कांगड़ा की बैठक पहली जनवरी, 2022 से बढ़ने जा रहे जीएसटी टैक्स को लेकर शुक्रवार काे टंडन क्लब कांगड़ा में व्यापार मंडल अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में हुई। इसमें विभिन्न वस्तुओं पर बढ़ने जा रहे टैक्स के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। इस बैठक में तीन मुख्य बिंदुओं को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई, जिनमें राज्य सरकार के द्वारा मार्केट फीस को 1 प्रतिशत से बढ़ाकर 5 प्रतिशत करने के विरोध में चर्चा की गई। वहीं, दूसरे बिंदु कपड़ा, मनियारी, जूते, चप्पलों इत्यादि के दुकानदारों पर 5 प्रतिशत से 12 प्रतिशत जीएसटी लगाने के विरोध में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। दुकानदारों ने सरकार से निवेदन किया कि 2022 से 5 प्रतिशत की जगह 12 प्रतिशत जीएसटी लगाने के बारे में निर्णय जीएसटी काउंसिल गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के द्वारा लिया गया है, इसे तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए।

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तीसरा मुद्दा मिठाई की दुकानों पर एक प्रतिशत जीएसटी के लागू होने के बावजूद जानकारी के अभाव में 5 प्रतिशत जीएसटी वसूलने पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। दुकानदारों का कहना है कि इस संदर्भ में आभकारी विभाग व जीएसटी काउंसिल द्वारा कभी भी व्यापारियों को जागरूक करवाने के लिए न तो कहीं शिविर लगाए जाते हैं और न ही कोई प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि जीएसटी की दरें कब और कहां किस वस्तु पर क्या-क्या रहेगी।

व्यापार मंडल अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि विभाग अपनी गलती को छुपाने के लिए मिठाई की दुकानों में दबिश देकर 4-5 वर्ष बाद नींद से जागा है व अब बिना किसी वर्कशॉप, प्रशिक्षण व जागरूकता के बिना मिठाइयों की दुकानों का निरीक्षण कर रहा है। विभाग का दायित्व बनता है कि पहले दुकानदारों को जीएसटी को लेकर पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट करें। विभाग 4-5 वर्ष बाद बिना किसी जानकारी, प्रशिक्षण शिवर के बिना व्यापारी वर्ग को तंग न करें।सरकार से व्यापार मंडल अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा ने मांग की है कि विभाग से यह जानकारी ली जाए की 4-5 वर्ष में उन्होंने कितने लोगों को शिविर लगाकर जागरूक किया है। कंपोजिशन स्कीम के अंतर्गत आने वाले मिठाई विक्रेता जीएसटी रिटर्न लगातार भर रहे हैं, तब भी विभाग में एतराज जताया, तो अब इतने समय बाद व्यापारियों को क्यों परेशान किया जा रहा है।

उनकी सरकार से ये मांग है की उचित निर्देश विभाग को दें। संबंधित विभाग ने इस बारे में अपने कर्मचारियों को व्यापारियों के साथ ठीक ढंग से पेश आने के बारे में बात की है। व्यापारी वर्ग का कहना है कि आबकारी विभाग व जीएसटी काउंसिल अपने अधिकारियों, कर्मचारियों को विशेष हिदायत जारी करें कि वह व्यापारियों के साथ सही ढंग व अच्छे व्यवहार के साथ बात करें।