सरकार का युवाओं के काैशल विकास पर जाेर : मारकंडेय

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

देश भर में लागू होने जा रही नई शिक्षा नीति के तहत अब हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा विभाग ने भी कुछ अहम बदलाव करने की सोची है। तकनीकी शिक्षा विभाग आईटीआई में चल रहे ऐसे सभी ट्रेड बंद करने पर विचार कर रहा है, जिनका अब कोई औचित्य नहीं रहा है। इस बात के संकेत तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडेय ने दिए हैं। आज तकनीकी शिक्षा निदेशालय सुंदरनगर में अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में डा. रामलाल मारकंडेय ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि आज ऐसी तकनीकी शिक्षा की जरूरत है, जिससे लोगों को रोजगार के साथ साथ स्वरोजगार भी मिल सके। गांव का युवा कोर्स करने के बाद अपने घर द्वार पर ही स्वरोजगार कमा सके, इस दिशा में ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने माना कि आज आईटीआई में बहुत से ऐसे कोर्स करवाए जा रहे हैं जिनका कोई औचित्य नहीं रहा है। इसलिए इन कोर्स को हटाकर नए कोर्स शुरू करने पर विभाग गंभीरता से विचार कर रहा है।

डा. मारकंडा ने कहा कि प्रदेश के आईटीआई को उद्योगों के साथ जोड़ा जाएगा और सभी आईटीआई में हर वर्ष रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके और कंपनियों को स्किल्ड कर्मी हासिल हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कुछ पुरानी और बड़ी आईटीआई में हर महीने ऐसे रोजगार मेलों के आयोजन पर विचार किया जा रहा है।