कबूतरों का रैन बसेरा बनी फतेहपुर में निर्मित अनाज मंडी 

उज्जवल हिमाचल। फतेहपुर

जिला कांगड़ा के उपमंडल फतेहपुर में बनी एकमात्र अनाज मंडी में अब कबूतर ही गुटर गूं करते सुनाई देते हैं। बता दें गत कांग्रेस शासन काल में स्थानीय मौजूदा विधायक एवं पूर्व में रहे कृषि मंत्री सुजान सिंह पठानिया के अथक प्रयासों से फतेहपुर को करोड़ों रुपए की फल, सब्जी व अनाज मंडी की सौगात मिली थी, लेकिन अनाज मंडी में कारोबार न चल पाने की सूरत में लाखों रुपए से बना भवन जहां अपनी खूबसूरती खो रहा है, तो वहीं, उसकी खिड़कियों व दरवाजों के शीशे भी टूटने शुरू हो गए हैं।

सूत्र बताते हैं जिस मकसद के लिए फतेहपुर में अनाज मंडी खोली गई थी, वाे मकसद अभी तक पूरा नहीं हुआ है और शायद आगे भी नहीं होगा। कारण जिस फतेहपुर के जिस क्षेत्र में अनाज की भरपूर पैदावार होती थी, वाे क्षेत्र बीबीएमबी के अधीन होने कारण वहां पर बिजाई नहीं हो पा रही है, जिस कारण भी फतेहपुर की मंडी में अनाज नही पहुंच रहा है।

वहीं, मंडी के द्बार भी बंद रहने कारण ज्यादातर आढ़तिओं व किसानों से अनाज खरीदकर डमटाल को रुख कर लेते हैं। ऐसी हालत पर लोग तो जहां तक कहने लगे पड़े हैं कि यही अनाज मंडी अगर फतेहपुर के निचले मंड क्षेत्र में होती, तो आज इस मंडी में अनाज रखने की जगह तक कम पड़ गई होती।