बाबा हरदेव सिंह को अर्पित की श्रद्धांजलि

शुभम। रक्कड़

संत निरकारी बडलठोर ब क्षेत्र भर की तमाम साध संगत द्बारा 13 मई का दिन पूर्व सदगुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की याद मे ‘समर्पण दिवस’ के रुप मे मनाते हुए श्रद्धांजली अर्पित की। इस वर्ष कोरोना महामारी के वैश्विक संकट को देखते हुए सरकार के निर्देशों को सम्मुख रख कर समर्पण दिवस पर किसी भी विशेष सत्संग समारोह का आयोजन न करते हुए घर बैठे ही ऑनलाईन संत समागम के माध्यम से निरंकारी भक्त बाबा हरदेव सिंह जी के प्रति अपने श्रद्धा भाव अर्पित करते नजर आए। जानकारी देते हुए संत निरकारी बडलठौर मुखी महात्मा बलदेव सिहं ने बताया कि बाबा हरदेव सिंह जी ने मिशन के आध्यात्मिक प्रमुख के रूप में 36 साल मिशन की बागड़ोर सम्भाली और चार साल पहले इसी (13 मई के) दिन अपने नश्वर शरीर का त्याग कर निराकार रूप में विलीन हो गए। अपने कार्य काल में बाबा जी ने अनथक परिश्रम करते हुए आध्यात्मिक जागरुकता के माध्यम से मिशन का सत्य, प्रेम, मानवता एवं विश्वबंधुत्व का संदेश संसार के कोने-कोने में पहुंचाया जिससे वैर, द्वेष, ईष््या, संकीर्णता, भेदभाव जैसी दुर्भावनायें दूर होकर मानवीय मूल्यों को बढ़ावा मिले और संसार में प्रेम, अमन, दया, करुणा जैसे सद्गुणों का विकास हो।

बाबा हरदेव सिंह जी ने 36 साल मिशन की बागड़ोर सम्भाली। उनके समय में मिशन 17 देशों से चलकर विश्व के प्रत्येक महाद्वीप के 60 राष्ट्रों तक पहुंच गया, मुखी बलदेव सिह ने कहा कि वर्तमान समय में सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य मार्गदर्शन में बाबा जी की सत्य, प्रेम, एकत्व और विश्व शांति की सिखलाई को पूरे संसार में पहुंचाया जा रहा है। कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए सरकार के मार्गदर्शन के अनुसार हर प्रकार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मानवता की सेवा करने की प्रेरणा सद्गुरु माता जी निरंकारी भक्तों को दे रहे हैं। कोविड-19 के संकट के चलते मिशन द्वारा हजारों जरूरतमंद परिवारों को राशन बांटा जा रहा है, लाखों विस्थापित मजदूरों को लंगर बांटा जा रहा है जिनकी उपजिविका उनके दैनंदिन कमाई पर आधारित है। मिशन द्वारा कई अस्पतालों को पीपीई किट्स दिये जा रहे हैं और समाज के कई वर्गों में मास्क इत्यादि का वितरण किया जा रहा है। मिशन ने अपने सत्संग भवन क्वारंटाईन सेंटर बनाने के लिए प्रस्तुत किए हैं। प्रशासन की मांग पर स्वेच्छा से रक्तदान भी किया जा रहा है। निरंकारी भक्तों द्वारा की जा रही इन सेवाओं से बाबा हरदेव सिंह जी की सिखलाई को क्रियात्मक रुप देने का अनोखा उदाहरण समाज के सामने प्रस्तुत हो रहा है।