उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश से प्रतिदिन लगभग 6 महिलाएं लापता हो रही हैं। यह बेहद गम्भीर स्थिति है और भविष्य में किसी बड़े खतरे की ओर संकेत कर रही हैं। हिंदू समाज को इस खतरे को समझना होगा और इसके मूल कारण को जानकर उसका निवारण करना होगा। यह बात हमीरपुर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान जिला संयोजक हिंदू जागरण मंच एवं आरटीआई कार्यकर्ता कुलदीप शर्मा ने कही है।
कुलदीप शर्मा ने कहा है कि उन्होंने सूचना का अधिकार के अंतर्गत 1 जनवरी 2023 से लेकर 30 अप्रैल 2023 तक की जिला हमीरपुर से संबंधित सभी थाना क्षेत्रों से लापता महिलाओं की सूचना मांगी थी। इस आरटीआई सूचना के मुताबिक पिछले 120 दिनों में हमीरपुर से 50 महिलाएं व युवतियां लापता हुई हैं।
यदि औसत के सिद्धांत की दृष्टि से देखा जाए तो 1 वर्ष की यह संख्या 150 के करीब बनती है और यदि यह आंकड़ा पूरे प्रदेश का लगाया जाए तो 1 वर्ष में 2100 महिलाओं का बनता है। हालांकि इसमें कुछ ऐसे भी मामले हैं जो कि सामाजिक लाज के चलते संबंधित थानों में दर्ज ही नहीं हो सके हैं। औसतन आंकड़े पर नजर डालें तो प्रदेश भर से प्रतिदिन 6 महिलाएं लापता हो रही हैं।
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उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस की नागरिक पोर्टल पर जब आंकड़े चेक किए गए तो वहां लापता महिलाओं के बारे में कुछ अलग ही आंकड़े दर्शाए गए हैं। जिसमें लापता महिलाओं का कुल आंकड़ा 137 दर्शाया गया है। यदि हमीरपुर जिला के संदर्भ में प्राप्त आंकड़ों व नागरिक पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों की तुलना करें तो दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार व पुलिस प्रशासन हिंदू समाज से लापता महिलाओं के सही आंकड़े छिपा रहा है।
कुलदीप शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में लगातार लव जिहाद के मामले सामने आ रहे हैं और इन मामलों में बाहरी लोगों की संलिप्ता पाई जा रही है। ऐसे में प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी कानूनी प्रावधान करके प्रवासियों का एंटीसीडेंट वेरीफिकेशन अनिवार्य रूप से करवाना सुनिश्चित करें जिसमें जो भी प्रवासी हिमाचल में आए वह अपने राज्य के मूल थाना से अपना वेरिफिकेशन करवा कर प्रमाण पत्र साथ लेकर आए और जिस क्षेत्र में वह रहना चाहता है या व्यापार करना चाहता है।
उस थाने में वह उसे जमा करवाएं, जिससे यह पता चल सकेगा कि जैसे ही उसका डाटा कंप्यूटर में फीड किया जाएगा, तो पुलिस को तुरंत यह पता चलेगा कि वह व्यक्ति पूर्व में कोई अपराध करके तो नहीं आया है या हिमाचल से वह कोई अपराध करके भाग जाए तो पुलिस व प्रशासन को उसे ढूंढना पकडऩा तथा दंड दिलवाना सरल हो, जिससे पुलिस व प्रशासन की बहुत सारी समस्याएं कम होंगी। अतः सरकार प्रवासियों का अति शीघ्र एंटीसीमेंट वेरीफिकेशन का प्रावधान करके प्रवासियों का स्थाई समाधान सुनिश्चित करें।