उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला
अवस्थी कॉलेज ऑफ एजुकेशन (Awasthi College Of Education) द्वारा हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय और देवभूमि शोध पीठ के सहयोग से 8 और 9 जून, 2023 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन में चुनौतियां पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस संगोष्ठी का उद्घाटन प्रो. एसपी बंसल, कुलपति केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश द्वारा किया गया। इस सेमिनार में 19 राज्यों से पंजीकरण प्राप्त हुआ और 10 राज्यों के प्रतिभागियों ने संबंधित विषय पर फेस टू फेस मोड और अध्ययन में अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
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मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. प्रमोद सैनी एनईपी के महत्व और वर्तमान दुनिया में इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हैं। वह एसडीजी पर भी प्रकाश डालते हैं और बताते हैं कि कैसे एनईपी भारत को फिर से विश्वगुरु बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संगोष्ठी के निदेशक प्रोफेसर मनोज के सक्सेना ने संगोष्ठी के लक्ष्यों और उद्देश्यों के बारे में लगभग 200 प्रतिभागियों को जानकारी दी।
संगोष्ठी में राष्ट्रीय शैक्षिक नीति विषयों पर चर्चा और बहस की गई और उनसे निपटने के तरीकों और साधनों पर भी चर्चा की गई व अध्यक्षा अवस्थी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के कृष्णा अवस्थी ने संबंधित विषय पर अपने विचार साझा किए। अंत में डॉ. ललित मोहन शर्मा (सहायक प्रो.) हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला द्वारा सभी का इस संगोष्ठी में शामिल होने के लिए धन्यवाद किया गया।