चंबा-कांगड़ा-शिमला रूट पर दौड़ रही HRTC की खटारा बस, यात्रियों को हो रही परेशानी

अरूण रैणा। चुवाडी

हिमाचल प्रदेश में बस हादसे दिन प्रतिदिन बढ़ते चले जा रहे हैं लेकिन हिमाचल पथ परिवहन है कि इन हादसों से सीख लेने की कोशिश भी नहीं कर रहा और लॉन्ग रूट पर उन बसों को लगातार चलाए जा रहा है जो खुद चलने की हालत में नहीं हैं ।

जी हां , हम बात कर रहे हैं शिमला-चंबा नॉनस्टॉप सुपरफास्ट रूट की पर चलने वाली बस की । एक वक्त था जब इस रूट पर चलने वाली बस को विश्वसनीयता की प्रतीक माना जाता था लेकिन पिछले कुछ समय से हालात यह हैं कि हर तीसरे चौथे दिन औसतन 1 से 2 घंटे की देरी से पहुंच रही है जिससे सवारियों को दिन प्रतिदिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । इस रूट पर चलने वाली बस के शीशे टूटे हुए होते हैं अथवा सीटें फटी हुई होती हैं , कहीं भी टायर पंक्चर हो जाता है अथवा कोई न कोई टेक्निकल प्रॉब्लम भी आती रहती है ।

इस संबंध में जब बस के ड्राइवर अथवा कंडक्टर से बात की जाती है तो वे कहते हैं कि हम क्या करें हमें यही खटारा बसें ही चलाने के लिए दी जा रही हैं । उनका यह भी कहना है कि हम कई बार हिमाचल पथ परिवहन निगम से इन रूटों पर अच्छी स्थिति वाली बसें चलाने का अनुरोध कर चुके हैं लेकिन हमारी बातें नहीं सुनी जाती ।

बस रूट पर लगातार सफर करने वाली सवारियों का कहना है कि जब हमसे पूरा किराया लिया जा रहा है तो हमें अच्छी बस की सुविधा क्यों नहीं दी जा रही ? इस बस के लगातार लेट होने के कारण बहुत से सवारियां अपने कार्यालयों में समय से नहीं पहुंच पाती जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ रहा है और मानसिक नुकसान भी । सवारियों का यह भी कहना है कि इन खटारा बसों के चलते अगर कोई हादसा घटित होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी हिमाचल पथ परिवहन निगम की ही होगी ।