हिमाचलः डोगरा रेजीमेंट ने ज्वालामुखी हवन कुंड के पास स्थापित की 400 किलो पीतल धातु के शेरों की जोड़ी

उज्जवल हिमाचल। ज्वालामुखी

शक्तिपीठ ज्वालामुखी में आज भारतीय सेना की डोगरा रेजीमेंट की 20वी बटालियन के समस्त अधिकारियों व जवानों ने स्वेच्छा से शक्तिपीठ ज्वालामुखी (Jwalamukhi) मन्दिर की यज्ञशाला के समीप स्मृति चिन्ह के रूप में लगभग 400 किलोग्राम पीतल धातु के शेरों की जोड़ी की स्थापना की।

स्थापना में 20 डोगरा के कमान अधिकारी कर्नल सिद्धार्थ भनोट, सूबेदार मेजर दारा सिंह एवं समस्त सेवानिवृत्त अधिकारी व जवान मौजूद रहे। कमान अधिकारी ने ज्वालामुखी की समस्त प्रबंधन समिति, मन्दिर न्यास, पुजारी वर्ग को उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और माता ज्वाला के दर्शनों के उपरांत (after) प्रसाद भी वितरण किया।

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मन्दिर न्यास सदस्य व पुजारी अविनेद्र शर्मा ने बताया कि डोगरा रेजीमेंट (Dogra Regiment) के जवान माता ज्वाला की सेवा में आते रहते हैं और मन्दिर परिसर व ज्वालामुखी में इनके द्वारा कई द्वार, तोरण द्वार व शेरों की जोड़ियां दान की गई हैं। आज यज्ञशाला के समीप धातु निर्मित शेरो की जोड़ी की प्राण प्रतिष्ठा की गई और इन्हें स्थापित किया गया जिसमें डोगरा रेजीमेंट की 20वीं बटालियन के जवानों ने भाग लिया। माता ज्वाला इनकी कुलदेवी है और कई बटालियनों ने माता ज्वाला की सेवा में शेरो को जोड़ी और द्वार बनवाये हैं।

संवाददाताः पंकज शर्मा

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