हिमाचलः सरकारी कर्मचारियों को मिला बुढ़ापे का सहारा मगर बेरोजगार शारीरिक शिक्षक जवानी में हुए बेसहाराः संदीप घई

Himachal: Government employees got support in old age but unemployed physical teachers became destitute in youth: Sandeep Ghai
हिमाचलः सरकारी कर्मचारियों को मिला बुढ़ापे का सहारा मगर बेरोजगार शारीरिक शिक्षक जवानी में हुए बेसहाराः संदीप घई

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
बेरोजगार शारीरिक शिक्षक (Unemployed Physical Teachers) अध्यक्ष संदीप घई (Sandeep Ghai) ने कहा कि सरकार ने जो ओल्ड पेंशन स्कीम सरकारी कर्मचारियों को दी है, हम उसका स्वागत करते हैं। मगर सरकार को बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों की ओर भी ध्यान देना चाहिए जो कि पिछले 20-25 सालों से धक्के खा रहे हैं।

संदीप घई ने कहा कि जो 870 पोस्ट हैं, कोर्ट में फंसी हैं सरकार चाहे तो वह मैटर आसानी से सुलझा सकती है। मैं एक बात सरकार से पूछना चाहता हूं जो आर एंड पी रूल बनाए हुए हैं। वह भी तो आपने ही बनाए हैं और जो आर एंड पी रूल्स फॉलो नहीं करता वह किस प्रकार से किसी प्रतियोगिता परीक्षा में भाग ले सकता है।

यह सोचने वाली बात है। मैं ज्यादा ना कहता हुआ सरकार से विनती करता हूं कि शारीरिक शिक्षकों की भर्ती को जल्दी करवाया जाए। पिछली सरकार ने भी हमें 5 साल आश्वासनों के आश्वासन देकर अपने 5 साल निकाल दिए। सरकार को ध्यान देना होगा कि कई बेरोजगार शारीरिक शिक्षक 45 के पार हो चुके हैं और कई तो 50 के ऊपर भी हो गए हैं, यह सभी बेसहारा होते जा रहे हैं।

यह भी पढ़ेंः हिमाचलः रेडक्रॉस सोसायटी कांगड़ा द्वारा जयसिंहपुर में फ्री चिकित्सा शिविर का आयोजन

मेरी विनती है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बेसहारों का सहारा बने। मेरी सरकार से विनती है कि जो आपने मिडिल स्कूलों का निर्णय लिया है उसको बदला जाए क्योंकि जिन स्कूलों में 100 से कम बच्चों की संख्या है क्या उन बच्चों को शारीरिक और मानसिक विकास की जरूरत नहीं है?

सरकार से हाथ जोड़कर निवेदन है कि उन स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों के पदों को बहाल किया जाए और कमीशन और बेंच वाइस के जरिए तुरंत प्रभाव से भर्ती करवाई जाए। इस मौके पर संजीव, अरुण, वरुण, अनु, नरेश, विपिन, सुनील चटानी, विशाल, अशोक, देशराज, विनय, कपिल, अरुण, अनिल धीमान, संदीप, संजय कई बेरोजगार शारीरिक शिक्षक उपस्थित रहे।

ब्यूरो रिपोर्ट कांगड़ा

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।