हिमाचलः राज्यपाल कल राजभवन में दिलाएगें हाईकोर्ट के तीन नए जजों को शपथ

Himachal: Governor will administer oath to three new High Court judges tomorrow at Raj Bhavan
हिमाचलः राज्यपाल कल राजभवन में दिलाएगें हाईकोर्ट के तीन नए जजों को शपथ

उज्जवल हिमाचल। शिमला
हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल कल राजभवन में वरिष्ठ अधिवक्ता रंजन शर्मा, बिपिन चंद्र नेगी और न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह सुबह 9ः15 पर होगा। शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत वरिष्ठ अधिवक्ता रंजन शर्मा, बिपिन चंद्र नेगी और न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला को उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया है।

रंजन शर्मा का जन्म 21 अगस्त,1968 को हुआ था। वह धर्मशाला जिला कांगड़ा के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल धर्मशाला से पूरी की। उन्होंने रोहतक विवि से एलएलबी की डिग्री स्वर्ण पदक के साथ उत्तीर्ण की। इन्हें दिसंबर 1991 में एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था।

इन्हें मार्च 2019 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया था। इन्हें 2008 और 2018 में दो बार अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी कार्यभार दिया था। रंजन शर्मा ने कानून के विभिन्न क्षेत्रों में वकालत की है। उधर, बिपिन चंद्र नेगी का जन्म ग्राम शॉन्ग तहसील सांगला, जिला किन्नौर में हुआ था।

यह भी पढ़ें: हिमाचलः मिंजर मेले की सातवीं सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायक के गानों पर थिरकते नजर आए दर्शक


उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट एडवर्ड स्कूल शिमला और दिल्ली पब्लिक स्कूल आरके पुरम नई दिल्ली से की। इसके बाद इन्होंने श्रीराम कालेज ऑफ कॉमर्स दिल्ली विवि से बीए अर्थशास्त्र और एचपीयू शिमला से एलएलबी की डिग्री हासिल की। इन्हें वर्ष 1994 में एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था और वर्ष 2015 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया था।

बिपिन चंद्र नेगी ने कानून के विभिन्न क्षेत्रों में वकालत की है। वहीं, राकेश कैंथला का जन्म 23 मई , 1968 को शिमला में हुआ था। इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा डीएवी स्कूल लक्कड़ बाजार शिमला से की। राजकीय कालेज संजौली शिमला से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद इन्होंने 1991 में एचपीयू से एलएलबी की उपाधि हासिल की।

वह 1991 में एक वकील के रूप में नामांकित हुए और कानून के विभिन्न क्षेत्रों में वकालत की। राकेश कैंथला ने 1995 में हिमाचल न्यायिक सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वह 2010 में न्यायिक अधिकारियों की सीमित प्रतियोगी परीक्षा में फिर से प्रथम स्थान पर रहे और अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति से पहले राकेश कैंथला को जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मंडी लगाया गया था।

ब्यूरो रिपोर्ट शिमला

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।