सड़क नहीं तो वोट नहीं, चुनावों का होगा बहिष्कार, ग्रामीणों की चेतावनी

पंकज शर्मा। ज्वालामुखी
चंगर क्षेत्र के लगड़ू के गांव महाड़ के ग्रामीणों का गुस्सा इस समय सातवें आसमान पर है। ग्रामीणों ने चेताया है कि उनके गांव की सड़क नहीं बनी तो इस बार चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। यहां गांव महाड़ और ख्याना को मिला कर कुल आबादी 700 के करीब है। यहां के ग्रामीणों को मुख्य बाजार व मार्केट लगडू पड़ती है जो की तीन किलोमीटर की दूरी पर है। अपने जीवन यापन व रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी को लगडू जाना पड़ता है।
यहां तक कि गांव महाड़ में आंगनबाड़ी का कोई केंद्र भी नहीं है। बरसात के दिनों में यहां के ग्रामीणों, बच्चो व बजुर्गो को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कच्ची सड़क पर छोटे बच्चों का स्कूल जाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। गांव का जंगली रास्ता और जगह जगह खराब सड़क और खड्डों में पानी भरने व दलदली मिट्टी के कारण सड़क पर चलना दूभर हो जाता है।
इस रास्ते पर एक बहुत बड़ा नाला भी है जो की बरसात के काफी भर जाता है और उफान पर आता है। ऐसे में बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में काफी मुश्किल होती है। इसलिए गांव के ग्रामीणों ने सड़क न बनने पर चुनावों का बहिष्कार करने की बात कही है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से गुजारिश की है कि उनकी सड़क को पक्का किया जाए ताकि सभी को राहत मिल सके।