टांडा अस्पताल में डॉ. राजकुमार शर्मा ने टीम सहित कोलेडोकल सिस्ट के 2 मरीजों का किया सफल ऑपरेशन

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में डॉक्टर राजकुमार शर्मा प्रोफेसर सर्जरी विभाग द्वारा पहली बार कोलीडोकल सिस्ट के 2 मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया। राजकुमार ने बताया कि कोलेडोकल सिस्ट पित्त की नाली की जन्मजात विकृति होती है, जिसमें पिता की नाली फूल जाती है। जिससे कि पित्ते की पथरी बनने, पीलिया होने एवं पित्त की नाली का कैंसर होने की अत्यधिक संभावना रहती है। डॉ राजकुमार ने बताया कि पहला मरीज 16 वर्षीय मैकलोड़गंज निवासी लड़की थी, जिसे विगत 6 वर्ष से पेट में दर्द रहता था और जांच में पित्त नाली की विकृति होने का पता चला था।

यह मरीज विगत 4 साल से विभिन्न विभिन्न अस्पतालों में ऑपरेशन के लिए भटक रही थी, पीजीआई चंडीगढ़ भी की बार चक्कर लगा चुकी थी। अत्यंत डॉक्टर राजकुमार शर्मा प्रोफेसर सर्जरी विभाग ने ऑपरेशन करने का जिम्मा उठाया और उन्होंने ऑपरेशन के दौरान पाया कि पित्त की नली में बार-बार दर्द एवं सोजिश होने के कारण खून की नसों से चिपकी हुई थी , आता ऑपरेशन में बदलाव करते हुए लिल्ली प्रक्रिया द्वारा पित्त की नाली को निकाल कर  मरीज की छोटी आंत नई नाली को बनाया गया। डॉ राजकुमार ने बताया कि 4 घंटे चलने वाला यह ऑपरेशन संपूर्ण सफल रहा और अब मरीज पूर्णता स्वस्थ है।

वही, दूसरा मरीज 29 वर्षीय नगरोटा बगवां के रहने वाली महिलाएं हैं और पेट में दर्द रहने के कारण जांच के दौरान पाया गया कि महिला को पित्त में पत्थरियों होने के साथ साथ पित्त की नाली में जन्मजात विकृत कोलेडोकल सिस्ट भी हैं। इस महिला का ऑपरेशन भी डॉक्टर राजकुमार शर्मा और उनकी टीम ने ऑपरेशन करके पिते  और पित्त की नाली को निकाल कर छोटी आंत से नई पित्त की नाली बनाकर सफल ऑपरेशन किया गया। इन दोनों ऑपरेशन एक माह में किए गए डॉक्टर राजकुमार शर्मा प्रोफेसर की टीम ने डॉ. अमित डोगरा, डॉक्टर हीन, डॉ. राहुल, डॉ राजकुमार वर्मा, डॉक्टर ईरशान और डॉक्टर नितिन शामिल रहे।