हिमाचल: हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में करोड़ों की मशीनें हो रही कबाड़ !

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर

आर.के मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में जिम्मेदारी व जवाबदेही के अभाव में सरकारी बजट का कबाड़ा किस तरह किया जाता है। इसकी कारगुजारी का नया कारनामा उजागर हुआ है। मेडिकल कॉलेज के अपने सूत्र खुलासा करते हैं कि करीब 18 महीने पहले 24 लाख 90 हजार की पोर्टेबल एक्स-रे मशीन यह जरुरत बताकर खरीदी गई कि इस मशीन इमरजेंसी वार्ड में प्रयोग किया जाएगा। हैरानी है कि तब से लेकर अब तक इस मशीन से एक दिन भी काम नहीं लिया गया है और अब इस मशीन को स्टोर रूम में पड़े-पड़े जंग खा रहा है।

मेडिकल कॉलेज के रूम नंबर 210 में यह मशीन रखी गई है, यह कमरा आमतौर पर फार्मासिस्ट की आरामगाह के तौर पर प्रयोग होता है। तालाबंद कमरे में पड़ी-पड़ी यह मशीन कबाड़ हो रही है। सवाल यह पैदा होता है कि जब इस मशीन की जरुरत थी तो इसका प्रयोग क्यों नहीं हुआ और अगर जरुरत नहीं थी तो यह क्यों और किस गरज से खरीदी गई। मेडिकल कॉलेज की वकालत करने वालों की मानें तो यह मशीन इसलिए प्रयोग में नहीं आ रही है क्योंकि इमरजेंसी विभाग के पास इसे चलाने के लिए रेडियोलॉजिस्ट ही नहीं है।

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अब सवाल यह पैदा होता है कि जब मेडिकल कॉलेज के इस विभाग में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन को चलाने वाला अधिकृत व्यक्ति ही नहीं था तो फिर किस मकसद से यह मशीन खरीदी गई थी। जाहिर तौर पर साफ है कि सरकारी बजट को होम करने वाले निरंकुश हो चुके हैं इसलिए किसी भी व्यक्ति की जिम्मेदारी व जवाबदेही नहीं है।

वहीं, जब मेडिकल कॉलेज के ऑफिशिएटिगं प्रिंसिपल रमेश भारती से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला मेरे नोटिस में नहीं है। जानकारी लेने के बाद ही कोई टिप्पणी कर सकुंगा।

संवाददाताः विजय ठाकुर

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