उज्जवल हिमाचल। पालमपुर
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कुल्लू के शैंशर बस हादसे के सम्बंध में दो दिन से दिल दहलाने वाले समाचार मिल रहे हैं। दुघर्टना के बाद बस के नीचे कई घण्टे तक दबे हुए लोग चीखते चिलाते रहे। उसी स्थान से उससे पहले दो बसे निकली परन्तु चालक ने सवारियों को उतार कर खाली बस सावधानी से निकाली। एक बस निकलने से पहले सड़क पर नया आया मलवा साफ करवाया।
यह बस सवारियों समेत मोड़ पार करने लगी और 13 परिवारों में मातव छा गया। कुछ परिवार जीवन भर के लिए बर्वाद हो गए। सारे समाचार पढ़ कर शरीर ही नहीं रूंह भी कांपने लगती है। उन्होंने कहा कारण एक ही है यदि सबने ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन किया होता तो यह 13 परिवार बर्वाद नहीं होते।
शांता कुमार ने कहा कुछ सौ साल पहले ब्रिटेन की घटना याद आ रही है। ज्योतिषियों ने प्रलय की घोषणा की। लोगों ने भरोसा कर लिया। गिरजा घरों में प्रार्थना होने लगी। उन दिनों लोग ऐसी भविष्यवाणी पर विष्वास भी करते थे। सभी मरने की तैयारी करने लगे। संयोग से उस दिन आसमान पर बादल, काली घटाएं और बिजली चमकने लगी। उसी दिन लोक सभा चल रही थी।
एक सदस्य ने काम रोको प्रस्ताव रखते हुए कहा – ” अध्यक्ष महोदय – प्रलय आ रही है अन्तिम समय हम सब अपने अपने परिवारों में रहना चाहते है। लोक सभा समाप्त की जाए। समर्थन में तालियां बजी।“ तभी रिचर्डसन नाम का सांसद खड़ा हुआ – कहने लगा – ”बिलकुल नहीं हम ब्रिटेन के रहने वाले है यदि प्रलय आ ही रही है तो हम आज का अपना कर्तव्य पूरा करते करते ही मरेंगे। अध्यक्ष महोदय- मोमबत्तियां मंगवाए और आज की बाकी कार्यवाही पूरी करवाए।“
कुछ देर के बाद आसमान साफ हो गया, धूप चमक उठी। प्रलय नहीं आई। छोटे से ब्रिटेन जैसे देश की कर्तव्य निष्ठा की यही भावना थी इसके कारण उस देश ने आधी दुनिया पर राज्य किया। भारत 400 साल तक गुलाम रहा।
शांता कुमार ने कहा आज भारत की सबसे बड़ी एक ही कमी है कि बहुत से लोग पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन नहीं करते इसी कारण भ्र्ष्टाचार और बेरोजगारी है। यही भावना आ जाए तो भारत स्वर्ग हो जाये। ऊपर के नेता व अधिकारी ईमानदार हो जाएं और कर्तव्य न निभाने वाले को सख्त सजा दी जाये।