उज्जवल हिमाचल। पालमपुर
चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय (CSK Himachal Pradesh Agriculture University) की पीएचडी शोधार्थी कुमारी रोनिका जापान में एक महीने के उन्नत प्रशिक्षण के लिए रवाना हुई। जापान जाने से पूर्व रोनिका ने कुलपति प्रोफेसर एच.के. चौधरी से मुलाकात कर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया।
प्रोफेसर चौधरी ने रोनिका को बधाई दी और प्रसन्नता व्यक्त की कि जेनेटिक्स और प्लांट ब्रीडिंग विभाग की शोधार्थी को किसाराज़ू, चिबा, जापान में एक प्रसिद्ध कज़ुसा डीएनए अनुसंधान संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि कम से कम संभव समय में यह प्रशिक्षण उन्हें डीएनए मार्करों, लिंकेज मैप्स, आणविक प्रजनन और जैव सूचना विज्ञान के विकास में ज्ञान और कौशल से लैस करेगा, जो पौधों के गुणों को रुचि के जीनों से जोड़कर और उन्नत सटीकता और दक्षता के साथ नई किस्मों को विकसित करने में सहायक होगा।
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उन्होंने बताया कि रिसर्च स्कॉलर कजुसा डीएनए रिसर्च इंस्टीट्यूट में प्लांट जीनोमिक्स एंड जेनेटिक्स लैब के प्रमुख डॉ. सचिको इसोबे के मार्गदर्शन में काम करेंगे। प्रधान अन्वेषक डाक्टर रणबीर सिंह राणा ने बताया कि नौ संकाय और बीस छात्रों को उन्नत कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत संरक्षित कृषि और प्राकृतिक खेती पर अत्याधुनिक तकनीकों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण के लिए प्रायोजित किया गया है।
आईसीएआर नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत उन्नत कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र का हिस्सा है। कुमारी रोनिका के साथ अनुसंधान निदेशक डाक्टर एस.पी. दीक्षित और परियोजना के प्रधान अन्वेषक डाक्टर रणबीर सिंह राणा भी मौजूद रहे।