हिमाचलः दो विधानसभा क्षेत्र की दूरियां को खत्म करेगा सांडा पत्तन पुल

23 करोड़ रूपए की लागत से बन रहा है पुल, नवम्बर 2021 में पूरा होगा निर्माण कार्य

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

मंडी जिला के जोगिन्दर नगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सांडा पत्तन लडभड़ोल तथा संधोल क्षेत्र के तहत स्योह के समीप निर्माणाधीन ब्यास नदी के ऊपर सांडा पत्तन पुल का कार्य पूर्ण होने से न केवल जोगिन्दर नगर व धर्मपुर विधानसभा क्षेत्रों के हजारों लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा सुनिश्चित होगी बल्कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों के कई गांव के बीच दूरी का फासला भी कम हो जाएगा। ब्यास नदी पर लगभग 23 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित हो रहे इस महत्वपूर्ण पुल का 95 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है तथा नवम्बर, 2021 तक यह पुल वाहनों के आवागमन के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। ब्यास नदी पर सांडा पत्तन लडभड़ोल में निर्मित किये जा रहे इस पुल के पूरी तरह बनकर तैयार हो जाने से जोगिन्दर नगर विधानसभा के लडभड़ोल क्षेत्र के लोगों को चंडीगढ़, दिल्ली, लुधियाणा, जालंधर सहित सुजानपुर, हमीरपुर, संधोल, धर्मपुर व प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के बीच आने जाने का फासला कम हो जाएगा।

इससे न केवल यहां के लोगों के धन की बचत होगी बल्कि आवागमन में समय भी कम लगेगा। वर्तमान समय में इस क्षेत्र के लोगों को संधोल व आसपास के क्षेत्रों के आवागमन के लिए सांडा पत्तन में नाव का ही एकमात्र सहारा है। बरसात के मौसम के दौरान ब्यास नदी में जल स्तर बढऩे से नाव का संपर्क भी टूट जाता है। ऐसे में ब्यास नदी के दोनों ओर के हजारों लोगों को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता है। सबसे अहम बात तो यह है कि बड़े शहरों के बीच लगभग तीन से चार घंटे का सफर भी कम होने वाला है। वर्तमान में संधोल व धर्मपुर के बीच वाहन के माध्यम से लोगों को एक लंबा सफर तय करना पड़ता जो इस पुल के शुरू हो जाने से महज कुछ ही मिनटों का रह जाएगा।

इस बात की पुष्टि करते हुए अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग जोगिन्दर नगर संजीव सूद ने बताया कि ब्यास नदी पर सांडा पत्तन में निर्मित हो रहे 180 मीटर लंबे प्री-स्टे्रस्ड कैंटीलीवर ब्रिज पुल का वर्तमान में 95 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है तथा नवम्बर, 2021 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने बताया कि इस डबल लेन पुल के दोनों ओर पैदल यात्रियों के लिए डेढ मीटर फुटपाथ भी निर्मित हो रहा है। इस पुल के निर्माण कार्य पर लगभग 23 करोड़ रूपये की धनराशि व्यय हो रही है।