हिमाचलः युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बाहर व जागरूक करने के लिए सारथी मुहिम का हुआ शुभारंभ

Himachal: Sarathi campaign launched to make the young generation out of the clutches of drugs and aware
हिमाचलः युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बाहर व जागरूक करने के लिए सारथी मुहिम का हुआ शुभारंभ

उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बाहर निकालने एवं प्रदेश सरकार की नशे के खिलाफ जारी लड़ाई में समाज को जागरूक करने में सारथी मुहिम महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। नशे के दुष्प्रभावों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने के लिए सारथी नाम से यह मुहिम तैयार की गई।

इस विशेष मुहिम के शुभारंभ अवसर पर आईपीएस अशोक रतन ने बोलते हुए व्यक्त किए। इस मौके पर एसडीएम गुरसिमर सिंह तथा डीएसपी विशाल वर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। एसपी नूरपुर अशोक रतन ने बताया कि इस सारथी मुहिम का मुख्य उद्देश्य समाज में नशे के खिलाफ जारी लड़ाई के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाना है।
उन्होंने बताया कि इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए पंचायतों के साथ शिक्षण संस्थानों में जागरूकता मुहिम शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि जो लोग किसी कारणवश नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं। उन्हें जागरूक करने के साथ उनका उपचार करवाकर समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए भी विशेष प्रयास किए जाएंगे। नूरपुर जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पिछले कुछ समय से समाज में नशे का अवैध कारोबार तथा सेवन बढ़ रहा है।

जिस कारण युवाओं का बहुत बड़ा वर्ग भी नशे की चपेट में आ चुका है। नशे के बढ़ते प्रचलन से जहां हमारी युवा पीढ़ी मानसिक तथा शारीरिक रूप से कमजोर हो रही है, वहीं कई गंभीर बीमारियों से भी ग्रस्त हो रही है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर एरिया होने के कारण इस क्षेत्र में नशे के अवैध कारोबार के कारण नशे का प्रचलन काफी बढ़ रहा है, जो समाज के लिए एक गंभीर चुनौती है।

यदि समय रहते इस समस्या के निदान में समाज अपनी सक्रिय भूमिका नहीं निभाएगा तो आने वाले समय में कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि नशे के अवैध कारोबार की आपूर्ति को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस पूरी तत्परता से कार्य कर रही है तथा इस पर काफी हद तक लगाम लगाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इसकी सप्लाई को रोकने के साथ बढ़ती मांग को रोकने की भी बहुत आवश्यकता है।

यह भी पढ़ेंः हिमाचलः राज्य सरकार निराश्रित एवं दिव्यांग बच्चों की देखभाल को कृत संकल्पः शांडिल

जिसके लिए उन्होंने समाज के सभी वर्गों से सहयोग करने की अपील की। इस अवसर पर एसडीएम गुरसिमर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नशा वर्तमान में काफी गंभीर सामाजिक बुराई का रूप धारण कर चुका है व हमारा प्रदेश भी इससे अछूता नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नशाखोरी की प्रवृति तथा इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए काफी संवेदनशील एवम सतर्क है तथा इस बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए प्रयासरत है।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुलिस व प्रशासन द्वारा जो आज विशेष मुहिम की शुरुआत की है, उसके आने वाले समय पर सार्थक परिणाम प्राप्त होंगे। उन्होंने नशे को जड़ से खत्म करने तथा नशामुक्त समाज बनाने के लिए समाज के सभी वर्गों से इस मुहिम को जन आंदोलन बनाने की अपील करते हुए उनकी सक्रिय सहभागिता और सहयोग का आह्वान किया।

इस मौके पर सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ तुषार सैनी ने पीपीटी के माध्यम से नशे के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां सांझा की। इस मौके पर अन्य सदस्यों ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखे। मौके पर नायब तहसीलदार अयूब खान, सीडीपीओ रमेश कुमार, तहसील कल्याण अधिकारी अनुराधा नाथ, राजकीय आर्य डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल दिनेश शर्मा, नया सवेरा एनजीओ के प्रतिनिधि दयानंद सहित स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

संवाददाताः विनय महाजन

 

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।