हिमाचल काे उड़ता पंजाब नहीं बनने देंगे : ओपी शर्मा

मंजूर पठान। डलहाैजी

हिमाचल प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अगवाई में नशा निवारण बोर्ड का गठन किया गया है, जिसके चलते इस बोर्ड ने जमीनी स्तर से काम करना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि आजकल हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड के सलाहकार ओपी शर्मा चंबा जिला के दौरे पर हैं और लगातार अधिकारियों के साथ-साथ जिला परिषद बीडीसी सदस्य और पंचायत प्रधान सहित प्रतिनिधियों के साथ बैठक करके नशे के खात्मे के लिए तरह तरह कदम उठाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। चंबा जिला के सलोनी में आज ओपी शर्मा ने वीडियो ऑफिस कार्यालय में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ काफी चर्चा की।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए हमें पंचायत स्तर के वार्ड स्तर पर जाना पड़ेगा, ताकि युवाओं को वार्ड स्तर से नशे के खिलाफ जागरूक किया जा सके। क्योंकि चरस के साथ-साथ चिटा और हफीम जैसे नशे प्रदेश में अपने पांव न पसार सके। इसको लेकर हम सबको अपने अपने स्तर पर भूमिका निभानी है। हमें उड़ता पंजाब नहीं बनना है और इसके लिए समाज के हर वर्ग को आगे होना होगा।

क्या कहते हैं नशा निवारण बोर्ड के सलाहकार ओपी शर्मा
वहीं, दूसरी ओर नशा निवारण बोर्ड के सलाहकार ओपी शर्मा का कहना है हिमाचल प्रदेश में युवाओं को नशे से बचाने के लिए हमें कार्य करना होगा। इसके लिए पंचायत स्तर से लेकर वार्ड स्तर तक कमेटी का गठन होगा, जो अपनी भूमिका निभाएंगे हिमाचल प्रदेश में भांग के अलावा चिता जैसे खतरनाक मशीन पहुंचने शुरू हो गए हैं। इसे हमें हर हाल में रोकना होगा, नहीं तो परिवारों के परिवार बर्बाद हो जाएंगे। इसके लिए पंचायत राज विभाग का अहम योगदान हो सकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह प्रयास है कि प्रदेश के युवाओं को नशे से दूर रखना है।

जाहिर सी बात है कि अब हिमाचल प्रदेश में नशा निवारण बोर्ड का गठन हुआ है, जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए युवाओं को नशे से कैसे दूर रखना है, उसके लिए जागरूकता कार्यक्रम करने के लिए नशा निवारण बोर्ड का अहम योगदान है। हालांकि इन दिनों नशा निवारण बोर्ड के सलाहकार चंबा में युवाओं को नशे से कैसे दूर रखना है, इसको लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं।

Comments are closed.