हिमाचलः पुरुषों से आगे निकली महिलाएं, मनरेगा में देशभर में पाया पांचवां स्‍थान

उज्जवल हिमाचल। शिमला

कई क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम रही महिलाएं अब उनसे आगे बढ़ रही हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा के तहत रोजगार पाने में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही सराहनीय काम किया है। देशभर में मनरेगा में 54.16 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। जबकि पहाड़ी राज्य हिमाचल में इससे भी एक कदम बढ़कर 61.66 प्रतिशत महिलाओं ने रोजगार लेकर देशभर में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। केरल 88.80 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है।

इसे बाद तमिलनाडु में 85.08, गोवा में 77.71, राजस्थान में 65.64 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। आर्थिक स्थित सुधरने से उनके जीवन में भी सुधार हुआ है। मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में नई क्रांति ला रही हैं। इसमें भूमि विकास के तहत खेतों की खोदाई कर पत्थर निकाल उपजाऊ जमीन में बदलना, खेतों में डंगों को लगाना, सड़कों को पक्का करना, संपर्क मार्ग बनाना, शौचालय व वर्षा जल संचय टैंक आदि का निर्माण किया जा रहा है।