सुरेन्द्र जम्वाल । घुमारवी/बिलासपुर
जिला बिलासपुर के उपमड़ल घुमारवी के सिविल अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाए जाना प्रशासन का गैर जिम्मेदाराना दर्शा रहा है । प्रदेश कांग्रेस के सचिव रजनीश मेहता ने कहा कि शहर के बीचोंबीच और घनी आबादी होने के कारण इस अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाना न्याय संगत है ।
घुमारवीं में अस्पताल के भवन को कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को दाखिल करने के लिए कोविड केयर सेंटर के रूप में नोटिफाई किया है जो कि कहीं ना कहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की अवहेलना है ।
प्रदेश युवा कांग्रेस सचिव रजनीश मेहता ने कहा की दिशा निर्देशों में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि सरकार इस तरह के सेंटरों के लिए अलग से चिन्हित होटलों , हॉस्टलों ,सराय भवन, स्टेडियम, स्कूल, कॉलेज आदि को लिया जाना है अगर यह सब सुविधाएं कहीं उपलब्ध ना हो तो उसे बुनियाद पर सामुदायिक केंद्र को इस तरह के सेंटर के लिए तैयार किया जाना था ,लेकिन सरकार ने घुमारवीं में उस भवन को चिन्हित किया है जिसमें तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लोग इस अस्पताल पर निर्भर करते हैं ।
यह अस्पताल अन्य मरीजों के उपलब्ध रहता तो बेहतर था क्योंकि प्रतिदिन कम से कम 600 से 700 के तकरीबन ओपीडी लग जाती है । कोविड अस्पताल में मरीजों का आना जाना होता है जोकि भविष्य में आम जनता के लिए खतरा साबित हो सकता है गौरतलब है कि पूरे हिमाचल में कहीं भी इस तरह से अस्पताल के भवन को कोविड केयर आरक्षित नहीं किया गया है ।
इस अस्पताल को कोविड सेंटर के बन जाने से गैर कोविड मरीजों, और आम जनता में भय का माहौल उत्पन्न होगा। जिसके चलते जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और सही स्थान चिन्हित करके मरीजों को वहां रखना चाहिए।