कोरोनाकाल में बढ़ सकता है बसों का संकट : एचआरटीसी कंडक्टर्स का हड़ताल का अल्टीमेटम, कल से नहीं चलेंगी 106 निजी बसें

उज्जवल हिमाचल । शिमला

शहर में जहां एक ओर प्राइवेट बस ऑपरेटर कल से हड़ताल करेंगे, वहीं अब सरकारी बसों के कंडक्टरों ने भी प्रबंधन को अल्टीमेटम दिया है। परिवहन सर्व कर्मचारी यूनियन का कहना है कि रात्रि भत्ता पिछले कई वर्षों से जारी नहीं किया किया गया है। ऐसे में अब कंडक्टरों को घर का गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है। यूनियन के अध्यक्ष गौरव कुमार का कहना है कि उन्हें ओवरटाइम और रात्रि भत्ता करीब 130 रुपए दिया जाता है। जबकि, पिछले 33 महीने से ये नहीं मिला है। अगर एक हिसाब लगाया जाए तो एक कंडक्टर का करीब 128700 रुपए रात्रि भत्ता बनता है। जबकि, निगम प्रबंधन की ओर से ये जारी नहीं किया जा रहा है। करीब पांच हजार कंडक्टर निगम में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। महज 5500 से लेकर 7500 तक कांट्रेंक्ट पर लगे कर्मचारियों को सैलरी मिलती हैं। इतने कम पैसे में घर का गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है। कोविड काल में बसों में संक्रमण का खतरा होने के बावजूद भी कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनका कहना है कि अगर सोमवार तक मांगें नहीं मानी गई तो वे भी हड़ताल कर सकते हैं।

प्राइवेट बस ऑपरेटर्स टैक्स माफ करने पर अड़े
वहीं, शहर की प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन का कहना है उन्हें भी एचआरटीसी की तरह सुविधाएं दी जानी चाहिए। जिस तरह का बजट एचआरटीसी को मिला है उसी तरह हमें भी देनी चाहिए। 50 फीसदी सवारियों को बैठाने से तेल का खर्च भी नहीं निकलेगा।