उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
हिमाचल प्रदेश की पंजाब सीमा से सटा हिमाचल प्रदेश का नूरपूर विधानसभा क्षेत्र व इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के बीच रहने वाली चक्की उप-नदी में काफी सालों से अवैध खनन के कारण काफी उपजाऊ भूमि बंजर हो गई जिस कारण किसानों का भविष्य में खेती बाड़ी को लेकर में अब लटकने लग गया है। इस अवैध खनन के कारण चक्की उप नदी का जल स्त्रोत में काफी गिरावट आने से जल शक्ति विभाग की खन्नी कंडवाल व डमटाल क्षेत्रों में सरकारी पेयजल योजनाओं की आपूर्ति में काफी योजनाओं जनहित में ठप्प हो गई है।
उपजाऊ भूमि काफी सीमा तक लगभग बंजर हो गई है। इन सरकारी योजनाओं पर विभाग का मरम्मत कार्य को लेकर करोड़ों व अरबों का खर्च हो चुका है। इतना ही नहीं इस क्षेत्र में ग़लत तरीके से हुए अवैध खनन को लेकर भारत सरकार के जनहित व फौज हित में बहुचर्चित चक्की दरिया पर स्थित रेल पुल व भूतल परिवहन विभाग का चक्की पुल आज़ भी अपनी दुर्दशा पर आंसू वहां रहा है।
आनेवाले समय में होने वाली वर्षा से कव क्या हादसा हो जाए इसका कोई भी पता नहीं है। इस अवैध खनन के कारण सरकार को आज भी करोड़ों रुपए के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। आखिरकार जनता का एक ही प्रश्न भारत सरकार से है कि इस पर कैसे अंकुश जनहित में लगाया जाए। आधुनिक मशीनों के माध्यम से आज भी नूरपूर फतेहपुर ज्वाली व इंदौरा विधानसभा क्षेत्रों में अवैध खनन माफिया द्वारा राजनीतिज्ञों के आशीर्वाद से जोरों पर है लेकिन सम्बंधित विभागों में पुलिस विभाग को छोड़कर शेष विभाग सुरक्षा के नजरिए से मूकदर्शक बने हुए हैं।