आरपी नेगी। शिमला
प्रदेश की जयराम सरकार ने जून 2018 में जनमंच कार्यक्रम लांच कर हर महीने के पहले रविवार को जनता की समस्याएं सुलझाने के लिए मंत्रियों की डयूटी लगाई है। अब तक हुए 20 जनमंच में 36 हजार 516 शकायतें आ चुकी हैं। हालांकि अधिकांश शिकायतों का निपटारा ऑन द स्पॉट किया जाता है, लेकिन अभी तक दस हजार 504 शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो पाई। प्रदेश की आबादी के मुताबिक राज्य का हर 19वां आदमी फरियादी हैं। यानी 70 लाख की आबादी वालेहिमाचल में जब 36 हजार शिकायतें आती हैं तो 19 फीसदी लोग समस्याओं का शिकार हो रहे हैं।
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जून 2018 से हर महीने के पहले रविवार को मंत्री निपटा रहे जन समस्याएं
पिछले साल सरकार का 18वां और 19वां जनमंच कार्यक्रम दसजिलों में ही हुए थे।जिला किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़ अन्य जिलों में ऐसे कार्यक्रम हो चुके हैं। इन दोनो जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित होने की स्थिति में शिकायतों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता था। उल्लेखनीय हैकि पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम चलाया गया था, लेकिन जयराम सरकार सत्ता में आते ही नाम बदल कर जनमंच रखा गया। इस पहल को शुरू करने के पीछे सही तर्क बताया जा रहा हैकि लोगों को छोटी से छोटी समस्याएं लेकरशिमला याकिसी भी दफ्तरों का चक्कर काटना न पड़े।
टॉप टेन विभागों मे शिकायतों की स्थिति
विभाग शिकायतें निपटारा
आईपीएच 9293 8945
ग्रामीण विकास 8242 7437
राजस्व 7368 5314
पीडब्ल्यूडी 6269 5749
बिजली बोर्ड 3662 3402
सामाजिक न्याय 1631 1500
स्वास्थ्य 1204 1153
खाद्य आपूर्ति 1146 1123
कृषि 1024 947
राजस्व मामले में जिला बिलासपुर टॉप पर
जनमंच के दौरान हरजिलों में राजस्व से संबंधित मामले भी कम नहीं आ रहे हैं। जिला बिलासपुर में इसमें टॉप पर हैं। अब तक हुए जनमंच कार्यक्रमों में जिला बिलासपुर में 1186 शिकायतें आई,जिसमें से 1113 का निपटारा हो चुका हे। दूसरे नंबर पर जिला मंडी, यहां पर 1024 में से 951 शिकायतों का निपटारा हो चुका है। तीसरे नंबर पर जिला सोलन, यहां 952 में से 430 शिकायतों कानिवारण हो चुका है। जिला ऊना में 847 में से 579शिकायतों का निपटारा हो चुका है।