बद्दी: टॉर्क फार्मास्यूटिकल्स पर इनकम टैक्‍स विभाग का छापा, खंगाला रिकार्ड

उज्जवल हिमाचल। बद्दी

प्रमुख दवा निर्माता व मिनरल वाटर बनाने वाली कंपनी के हिमाचल यूनिटों पर बुधवार को आयकर विभाग ने औचक छापेमारी की। बीबीएन के कारखानों में प्रात: सात बजे शुरू होने वाली शिफ्टों के शुुरू होने के 15 मिनट बाद ही विभागीय अधिकारियों ने कंपनियों को अपने कब्जे में ले लिया। बद्दी पुलिस से इस टीम ने रात्रि को सहायता मांगी थी और बाद में चंडीगढ़ व गुरुग्राम से आए अधिकारियों ने वहां डेरा डाल लिया।

देश की नामी कंपनी टॉर्क फार्मास्यूटिकल्स पर आयकर विभाग ने छापेमारी की । सुबह 7 बजे बद्दी (गुल्लरवाला) और झाड़माजरी यूनिट पहुंची आयकर विभाग की टीमों ने उद्योग को सील कर दिया। सुबह झाड़माजरी स्थित टार्क फार्मास्यूटिकल्स के प्लांट की 7 बजे की शिफ्ट शुरू होनी थी। लेकिन शिफ्ट शुरू होने से पहले ही आयकर विभाग की 6 गाड़ियां झाड़माजरी प्लांट पहुंचीं और प्लांट को सील कर दिया। उद्योग का जो स्टॉफ अंदर था वह अंदर रह गया और जो बाहर थे वे बाहर ही रह गए।

पता चला है कि अंदर जाते ही आयकर विभाग की टीम ने सबके मोबाइल कब्जे में लिए और अपनी पड़ताल शुरू कर दी। सूत्रों से पता चला है कि टॉर्क फार्मास्यूटिकल्स पर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित देशभर में छापेमारी की गई है और विभाग के पास पुख्ता सबूत हैं कि कंपनी के आयकर रिटर्न में गड़बढ़ है। इसी छापेमारी में बद्दी व झाड़माजरी के साथ कंपनी का मुख्य कार्यालय, सभी ब्रांच ऑफिस, फैक्ट्रियां व गोदाम भी छापेमारी में शामिल हैं। ऐसा भी बताया जा रहा है कि कंपनी के मालिक के घर पर भी दबिश दी गई, लेकिन इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं है।

चंद मिनटों में ही प्लांट किये सील…

सवा सात बजे बजे जैसे ही आयकर विभाग गुरूग्राम की टीम साईं रोड गुल्लरवाला और झाड़माजरी के एलंबिक चौक के समीप प्लांट पर पहुंची तो सिक्योरिटी समेत कंपनी प्रबंधकों के होश उड़ गए। चंद मिनटों में दोनों प्लांटों को सील कर दिया गया। देश की प्रमुख कंपनी टार्क फार्मास्यूटिकल्स कैप्सूल, टैवलेट, ड्राई सिरप, ऑरल सिरप, इंजेक्शन समेत स्किन क्रीम, शैंपू व आयुर्वेदिक उत्पादों सहित अन्य उत्पादों का निर्माण करती है। हिमाचल में कंपनी का झाड़माजरी में सिरप बनाने का कारखाना है तो गुल्लरवाला में यह कंपनी मिनरल वाटर का निर्माण करती है। एएसपी बद्दी नरेंद्र कुमार ने कहा कि आयकर विभाग ने हमारे से पुलिस की मदद मांगी थी हमने उपलब्ध करवा दी थी। छापेमारी के बारे में हमें कुछ पता नहीं है और संबंधित विभाग ही जानता है कि क्या मसला है।