औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगपति कर रहे स्थानीय युवाओं के रोजगार से खिलवाड़

सुरिंद्र सिंह साेनी। नालागढ़

हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ के बरोटीवाला स्थित ग्रैंडवेल नॉर्टन लिमिटेड कंपनी में हो रहे शोषण से मुक्ति पाने के लिए जब कामगारों द्वारा उद्योग में अपनी मांगों को लेकर यूनियन का गठन करना मंहगा पड़ गया। यूनियन के पंजीकृत होते ही अध्यक्ष व सचिव को स्थानातंरण के आदेश कंपनी की ओर से जारी कर दिए गए। कामगारों ने कंपनी की ओर से की जा रही इस धक्केशाही के खिलाफ श्रम विभाग में भी लिखित रूप से शिकायत दी है। ग्रैंडवेल कंपनी में कामगार पिछले डेढ़ दशक से कार्य कर रहे हैं, लेकिन कामगारों का कंपनी की ओर से शोषण हो रहा है।

  • उद्योग में यूनियन बनते ही प्रधान व सचिव को नागपुर किया तबादला
  • कामगारों ने श्रम विभाग के पास दी लिखित शिकायत सभी ने उद्योग के बाहर प्रबंधन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

मजदूरों का कहना है कि न तो उद्योग प्रबंधन द्वारा समय पर इंक्रीमेट दिया जाता है और तो और ओवर टाईम भी पूरा नहीं मिलता और भी कई समस्याएं कामगारों के सामने आ रही थी, जिस पर कामगारों ने अपनी आवाज उठाने के लिए यूनियन का गठन किया। जिस दिन श्रम विभाग में यूनियन पंजीकृत हुई उसी दिन कंपनी ने प्रधान उमेश कुमार व सचिव दीपक मेहता को नागपुर के स्थानांतरण आदेश जारी कर दिए। यह सभी कामगार इसके विरोध में पहले प्रंबधकों से बात की लेकिन जब उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया, तो वह श्रम कार्यालय गए।

श्रम अधिकारी मनीष करोल ने दोनों पक्षों के साथ बैठक की लेकिन यह बैठक बेनतीजा रही। दोनों कामगार नेताओं को स्पष्ट आदेश है कि या तो वे नागपुर जाए या फिर अपने घर बैठें। वही राष्ट्रीय मजदूर महासंघ के प्रधान राजकुमार राजू ने उद्योग प्रबंधन को चेतावनी दी है कि अगर कंपनी संचालक कामगारों के साथ अडियल रवैया अपनाएगी, तो कामगारों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।

उधर, कंपनी की एचआर प्रभारी निकुंज ठाकुर से जब बात करनी चाही, तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया और जब गेट से सिक्योरिटी द्वारा बातचीत करनी चाही, तो मैडम द्वारा यह कहकर मना कर दिया गया कि वह उद्योग में नहीं है, जबकि वह उद्योग में मौजूद थे। उधर, श्रम अधिकारी मनीष करोल ने बताया कि दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है। जल्द ही कोई हल निकाला जाएगा।