कमजोर हाे चुका प्रदेश के मुखिया का IT सेल : रमेश रॉव

उज्जवल हिमाचल। बैजनाथ

जब प्रदेश सरकार कोरोना महामारी से निपटने में पूरी तरह विफल हो गई। हिमाचल कोरोना के मामलों में देश के नंबर-1 पर आ गया। प्रदेश की राजधानी कोरोना से धरा साही हो गई। उधर, उच्च न्यायालय ने सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाए। दूसरी और विपक्ष ने सत्र न होने पर सवाल खड़े किए और जय राम सरकार को सवालों के जवाब न देने के डर के आरोप जड़ें  तो आनन-फ़ानन में प्रदेश के मुखिया अपनी नाकामी को छुपाने के लिए विपक्ष पर बरसने लगे और अपने IT cell को खुली छुट बोल कर, आम जनता और विपक्ष द्धारा पूछे गए शोशल मीडिया के सवालों पर पलटवार करने सलाह देने की बात करने लगे, जो इतने उच्चे पद पर बैठे लोगों को बोलना शाेभा नहीं देता।

जनता को यह बात रास नहीं आ रही हैं, जब से मुख्यमंत्री ने IT सेल को खुली छूट की बात की है, तभी से शोशल मीडिया में भाजपा की ओर से फेक आडियों से विपक्ष के नेताओं की अभद्र पोस्ट बना के डाली जा रही है और अभद्र टिपणियां भी जा रही है, जो शर्मनाक और निदनीय है। क्या हमें बताएंगे मुखिया का  IT सेल इतना कमजोर हो चुका, जिसे सरकार रहते हुए भी, सवाल जवाब देने के लिए फेक आईडियों का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे क्या आप जनता की आवाज विपक्ष यानि कांग्रेस को रोक पाएंगे।

आप प्रदेश के ऐसे मुखिया जो अपने प्रदेश की जनता को घर में रहने की सलाह दें और कार्यक्रमों में 50 से ज्यादा लोग न हो, की बात बोल कर खुद जम्मू में चुनाव प्रचार करने में लगे थे। कोरोना का एक-एक बड़ोंत्री, पर आपने न जन मंच, न आपकी राजनीति जनसभाओं, न उद्धाटनों का नाम न लेकर आपने प्रदेश की आम जनता की शादियों को जिम्मेदार ठहराया, जो सरा सर गलत बात थी।

IT सेल से विकास नहीं होगा न ही स्वस्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा, वो आपको खुद देखना होगा और उसमें सुधार लाना पडे़गा।  बल्कि, घुमारवीं जैसे अस्पताल में 36 पहले मरे लोगों को आईसोलेट में जैसे केस सामने आएंगे, जो सरकार और प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोल रहा है।