NPA खातों की वसूली के लिए कांगड़ा बैंक ने लागू की वन टाइम सेटलमेंट योजना!

Kangra Bank implemented one time settlement scheme for recovery of NPA accounts!
NPA खातों की वसूली के लिए कांगड़ा बैंक ने लागू की वन टाइम सेटलमेंट योजना!

नूरपुर। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के चैयरमैन डॉ. राजीव भारद्वाज ने पत्रकारों के एक समूह को नूरपुर में सम्बोधित करते हुए कहा कि बैंक जल्द एनपीए खाता धारकों के लिए वन टाइम सेटलमेंट (एक मुश्त भुगतान) योजना ला रहा है। इस योजना को निदेशक मंडल की बैठक (वीओडी) में स्वीकृत कर दिया गया है जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी हो जाएगी। भारद्वाज ने बताया कि बैंक का एनपीए 900 करोड़ हो चुका है जिसको वसूलने के लिए बैंक को यह प्लान लागू करना पड़ रहा है।

भारद्वाज ने कहा कि सर्टिफाईएड मैनेजमेंट अकाउंटेंट का उलंघन होने के कारण 2018 से पहले 55 मामलों में 600 करोड़ का एनपीए बैंक में हो चुका था तथा 4 सालों में यह बढ़कर 900 करोड़ हो गया। भारद्वाज ने कहा कि एक वन टाइम सेटलमेंट योजना अभी तक राष्ट्रीय कृत बैंकों में थी लेकिन अब कांगड़ा बैंक में उक्त योजना को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना से बैंक को भविष्य में लाभ होगा।

भारद्वाज ने कहा कि 4 सालों में एनपीए बढ़ने का कारण कोरोना का दो साल का कार्यकाल भी रहा है जिसके चलते व्यापार भी प्रभावित हुआ। लेकिन इसके बाबजूद कोरोना काल में 242 करोड़ की रिकबरी की एनपीए खातों से की गई। भारद्वाज ने कहा कि सन 2018 में जब उन्होंने बैंक का कार्यभार संभाला था तो मार्च की पहली बैंक की बैलेंस शीट में 45 करोड़ का घाटा था। उन्होंने कहा कि एक साल की मेहनत के बाद अगली बैलेंस शीट में यह घाटा 40 करोड़ रह गया। और अगले साल की बैलेंस शीट में घाटा खत्म कर बैंक पौने 4 करोड़ के लाभ में पहुंच गया।

उन्होंने कहा कि 2021-22 की बैलेंस शीट में बैंक 87 करोड़ 56 लाख लाभ में चल रहा है। उन्होंने कहा कि बैंक को  घाटे से  लाभ तक पहुंचाने तक के 4 साल के सफर में सारा श्रेय बैंक के कर्मचारी, अधिकारियों तथा खाता धारकों को जाता है जिन्होंने बैंक पर विश्वास बनाए रखा। भारद्वाज ने बताया कि बैंक 102 वर्ष का हो गया है तथा इसका  वर्किंग कैपिटल 18 हजार करोड़ रुपये है तथा यह एक ऐसा संस्थान है जिसका प्रदेश ही नहीं पूरे देश मे एक नाम है।

भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने जब से कार्यभार संभाला है तब से अब तक 3000 करोड़ का व्यापार बढ़ा है तथा 1 लाख खाता धारक नए जोड़े है। भारद्वाज ने कहा कि उनके पदभार संभालने से पहले जितनी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री  की सामाजिक योजनाएं है बैंक से नामात्र रूप में लागू होती थी। जबकि 2018 के बाद प्रधानमंत्री की जन सुरक्षा योजना 33937 लाभार्थी है प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना 92211, मुख्यमंत्री स्वभावलम्बन योजना के तहत 2948 मामले शुरू किए है।

प्रधानमंत्री स्वयं निधि योजना के तहत 7 करोड़ 20 लाख, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 180 करोड़ रुपये बैंक से हस्तांतरित हुए है। यहीं नहीं 1करोड़ 33 लाख रुपये लाभांश बैंक के स्टेक और शेयर होल्डर को दिया गया तथा कर्मचारियों व अधिकारियों के संशोधित वेतनमान वीओडी ने स्वीकृत कर सरकार को भेज दिया है।

संवाददाता: विनय महाजन 

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