बिलासपुर: कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन की पहली टनल के दोनों छोर जुड़े

उज्जवल हिमाचल। बिलासपुर

कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन की कैंचीमोड़-मेहला टनल के दोनों छोर मिलाने में भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने करीब 8 साल बाद सफलता हासिल की है। हालांकि, अभी सुरंग पूरी तरह तैयार नहीं हुई है। टनल का अंदर से करीब 30 फीसदी कार्य बाकी है। यह सुरंग बनाने में कंपनी को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बीते मंगलवार को सुरंग के दोनों छोर मिलने के बाद इंजीनियरों, कर्मचारियों और मजदूरों में खुशी का माहौल है।

टनल के दोनों छोर जुड़ने से पहले कंपनी के एमडी रणवीर पंवार ने बटन दबाकर ब्लास्ट किया। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन की यह पहली टनल है। इसकी लंबाई करीब 1800 मीटर है। इसका निर्माण कार्य 2014 में आईएल एंड एफएस कंपनी ने शुरू किया था, लेकिन बीच में काफी समय तक कार्य बंद रहा।

टनल के साथ एक अन्य सुरंग का निर्माण होना है। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश नायर ने बताया कि टनल नंबर 2, 4 और 5 का कार्य भी उन्हीं के पास है। इसे अप्रैल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन में 5 सुरंगों का निर्माण किया जाएगा। इनमें 1800 मीटर लंबी कैंचीमोड़-मेहला टनल पहली और सबसे लंबी है। इसके दोनों किनारे आपस में मिल गए हैं।

उधर, मेहला साइट के मैनेजर दीपक कुमार ने कहा कि 1800 मीटर की एक टनल के दोनों किनारे मिल गए हैं। अभी सिर्फ कंपनी के वाहन ही सामान लेकर टनल में प्रवेश कर सकते हैं। इस टनल का अंदर से करीब 70 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। जल्द इसके साथ एक और टनल का निर्माण कार्य शुरू होगा।