बेरहम राजधानी: बच्ची से नौकर जैसा बर्ताव, पिटाई भी करता था मालिक

उज्जवल हिमाचल। शिमला

राजधानी में 15 साल की लडक़ी से घरेलू नौकर की तरह काम करवाने और उसकी पिटाई करने का मामला सामने आया है। उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव की शिकायत पर शिमला पुलिस ने टूटू के एक मकान से एक 15 वर्षीय मासूम बच्ची को छुड़ाया। वह एक प्रभावशाली कारोबारी व्यक्ति के घर में घरेलू नौकर की तरह काम करती थी। जहां उसकी बुरी तरह पिटाई की जाती थी। अजय श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें किसी ने आज फोन कर बताया कि टूटू में लगभग एक वर्ष से नाबालिग लडक़ी को घर में गुलामों की तरह रखा गया है।

  • टूटू के एक मकान से छुड़ाई नाबालिग, जांच की उठाई मांग

उसकी बुरी तरह पिटाई किए जाने से उसे शारीरिक और मानसिक चोटें पहुंची हैं। उन्होंने तुरंत शिमला के पुलिस अधीक्षक मोहित चावला से बात की और बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए कहा। मोहित चावला ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कुछ घंटों के भीतर ही उस प्रभावशाली व्यक्ति के घर पर छापा डलवाया और बच्ची को रेस्क्यू कर लिया गया। पुलिस अब उसका कोविड टेस्ट कराने के बाद उसे कल जूविनाइल जस्टिस कोर्ट में पेश करेगी।

अजय श्रीवास्तव ने कहा कि यह कोई साधारण मामला नहीं है बल्कि इसके पीछे मानव तस्करी का बड़ा रैकेट हो सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस समूचे मामले को मानव तस्करी के दृष्टिकोण से देखा जाए ताकि असली अपराधियों का पता चल सके।