मुख्यमंत्री के प्रति मुकेश अग्निहोत्री की भाषा अमर्यादित: विजय अग्निहोत्री

एमसी शर्मा। नादौन
हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने कॉंग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक्सीडेंटल सीएम कहे जाने पर फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि कॉंग्रेसी नेता ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गये मुख्यमंत्री जैसी संवैधानिक संस्था को असंयमित और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करके समूचे लोकतंत्र को ही शर्मसार कर दिया है।
निगम उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश पर जोरदार पलटवार करते हुये पूछा है कि उन्हें मुख्यमंत्री पर कोई टिप्पणी करने से पहले खुद से इतना जरूर सवाल करना चाहिए था कि अगर कौल सिंह ठाकुर और जीएस बाली जैसे नेता विधानसभा में पँहुचे होते तो मुकेश की हैसियत क्या होती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास तो नेता प्रतिपक्ष बनने लायक विधायकों की संख्या तक नहीं थी फिर भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन पर दया दिखाते हुये नेता विपक्ष का दर्जा दिया।
निगम उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने कांग्रेस नेता मुकेश को याद दिलाया कि जयराम ठाकुर 1998 से लगातार पांचवी बार जनता द्वारा विधायक चुन कर आ रहे हैं। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के अनुभव के साथ ही प्रदेश भाजपा का सफल अध्यक्ष रहने का गौरव भी जयराम ठाकुर के नाम ही दर्ज है। इसलिए मुकेश द्वारा सीएम जयराम ठाकुर को एक्सीडेंटल  मुख्यमंत्री कहना उनकी निम्न स्तरीय सोच के अलावा और कुछ नहीं कहा जा सकता।
निगम उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने कहा कि एक्सीडेंटल लीडर पैदा करना कांग्रेस का कल्चर है। कांग्रेस के पहले पीएम नेहरू खुद को एक्सीडेंटल बताते रहे जबकि मनमोहन सिंह को सोनिया गांधी ने एक्सीडेंटल पीएम बना कर कठपुतलियों पर नचाया। हिमाचल में भी मुकेश इसी कड़ी में एक्सीडेंटल सीएलपी लीडर बने क्योंकि कांग्रेस के कौल सिंह ठाकुर और जीएस बाली जैसे नेता विधानसभा की दहलीज ही नहीं लांघ सके। वरना मुकेश की हैसियत एक विधायक तक ही सिमटी हुई रहती। उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री ऊल-जलूल बयानबाजी कर अखबारी सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं ताकि कांग्रेस के भीतर वो खुद को सीएम की रेस में बनाये रखने का प्रैशर बनाकर रखें। उन्होंने कहा कि मुकेश का यह पैंतरा उन्हें कांग्रेस के भीतर लीडर बना पाने में कामयाब होगा अथवा नहीं ये तो वक़्त बतायेगा लेकिन जिस प्रकार की भाषा शैली का वो मुख्यमंत्री के विरुद्ध कर रहे हैं उससे जनता के बीच वो हास्य का पात्र जरूर बन चुके हैं।
निगम उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश को नसीहत दी है कि मुख्यमंत्री जैसी संवैधानिक संस्था के प्रति भाषा का प्रयोग करते समय शालीनता की हदों को नहीं लांघे। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतों के दूरगामी और गम्भीर नतीज़े निकलते हैं जिससे मुकेश को बचना चाहिए।