लॉकडाउन ने छिनी अंकुश की रोजी-रोटी

पशु पालन विभाग अंकुश की जिंदगी में बनकर आया मसीहा

एसके शर्मा । हमीरपुर

बड़सर उपमंडल के तहत आने वाले नैन गांव के निवासी अंकुश को रोजी-रोटी के लाले पड़ गए थे। लॉकडाउन के दौरान अंकुश का मोटर मैकेनिक का काम बंद हो चुका था। ऐसे में अंकुश की माली हालत बड़ी दयनीय हो चुकी थी, लेकिन हिमाचल प्रदेश का पशुपालन विभाग अंकुश के लिए मसीहा बनकर आया है। क्योंकि अंकुश को विभाग ने प्रदेश सरकार की मुर्गी पालन स्कीम से जोड़ा, जिससे अंकुश को अब अच्छी आमदनी हो रही है। वहीं, अंकुश ने बेरोजगार युवाओं को भी मुर्गी पालन व्यवसाय से जुड़ने की नसीयत दी है।

बताते चलें कि प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लाखों की संख्या में युवा बेरोजगार हो चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान लोगों के छोटे-छोटे व्यवसाय बंद भी बंद हो गए। लोगों को रोजी-रोटी के लाले पडऩे लगे। ऐसा ही कुछ हुआ है। हमीरपुर जिला के बड़सर उपमंडल के नैन निवासी अंकुश के साथ हुआ। अंकुश बड़सर में लॉकडाउन से पहले मोटर मैकेनिक का काम किया करता था। इससे वह अपना और अपने परिवार का पालन पोषण किया करता था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन लगा, जिससे अंकुश का मैकेनिक का काम काज भी बंद हो गया।

उसे रोजी-रोटी के लाले पड़ने लगे, लेकिन प्रदेश का पशु पालन विभाग अंकुश के लिए मसीहा बनकर सामने आया है। पशु पालन विभाग ने बीपीएल बेरोजगार युवाओं को 600 मुर्गे वितरित कर रहा है। इसी स्कीम के तहत अंकुश को भी पशु पालन विभाग ने मुर्गे वितरित किेए। पशु पालन विभाग चार किस्तों में 150 के हिसाब से चूजे वितरित करता है। जिन्हें पालक कर पशु पालक को अच्छी कमाई हो जाती है। इसी स्कीम का लाभ उठाकर अंकुश अच्छी आमदनी कमा रहा है। अंकुश ने बेरोजगार युवाओं से मुर्गी पालन व्यवसाय से जुडऩे की नसीयत दी है, ताकि युवा घर पर ही रोजगार अपना कर अपनी आजीविका कमा सकते हैं। वहीं, अंकुश कुमार ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि वह बकरी पालन का भी काम करना चाहता है।

उसे मदद मुहैया करवाई जाए। वहीं, स्थानीय निवासी देश राज, अशोक कुमार, चतर सिंह, अनिल कुमार, राज कुमार, होशियार सिंह सहित अन्यों ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान अंकुश का मोटर मैकेनिक का काम काज बंद हो गया था, जिस कारण उसे काफी दिक्कत पेश आई, लेकिन अब उसने मुर्गी पालन का व्यवसाय किया है, उसे अब अच्छी कमाई हो रही है।

उधर, वरिष्ठ पशु चिकित्सक बड़सर केएल शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को यह सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। इसमें बीपीएल परिवार की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए 600 निशुल्क चिक्स और फीड पशुपालन विभाग द्वारा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बड़सर में ऐसे 20 परिवारों का चयन किया गया है। उन्हें यह सुविधा मुहैया करवाई जा रही है।