सरकार की आंखों के तारे नहीं बन पाए प्रसिद्ध संगीत निर्देशक

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

सत्तर के दशक में बॉलीवुड संगीत में पहचान बनाने और हिमाचली संगीत की धार कहे जाने वाले प्रसिद्ध संगीत निर्देशक सोमदेव कश्यप हिमाचल सरकार की आंखों के तारे नहीं बन पाए। बॉलीवुड के दिग्गज गायक कलाकारों आशा भोंसले, अनुराधा पोंडवाल, सुषमा श्रिष्ठा, सविता साथी, सुरेश वाडेकर, मोहम्मद अजीज, अनवर और गौरी शंकर को गवा चुके एसडी कश्यप ने हिमाचल संगीत में भी उस समय के दौर में एक नया अध्याय लिखा था। इन्हीं के सानिध्य में हिमाचल के कई लोक गायक कलाकार आज शिखर पर हैं।

उस समय ऑडियो कैसेट के जमाने में मंडी के पनारसा स्थित स्टूडियो में हिमाचली संगीत का व्यावसायिक स्वरुप शुरु हुआ था, जिसमें हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ। अपने इस कार्यकाल में संगीत के पुरोधा कहे जाने वाले एसडी कश्यप करीब 4000 से अधिक लोकगीतों का संगीत निर्देशन और 1000 से अधिक गीतों की स्वर रचना के साथ ही 200 से अधिक गीत भी लिख चुके हैं, लेकिन प्रदेश में सत्तासीन रही किसी भी सरकार ने उन्हें किसी पुरस्कार के लायक तक नहीं समझा। हिमाचल गौरव पुरस्कार की घोषणा के बाद अब सोशल मीडिया में हिमाचली गायकों द्वारा एसडी कश्यप को भी हिमाचल गौरव पुरस्कार प्रदान करने की आवाज जोर-शोर से उठाई जा रही है।

हिमाचल के इन गायकों को दिया गाने का अवसर
कश्यप से स्टूडियो में हिमाचल के लोक गायक नरेंद्र ठाकुर, धमेंद्र शर्मा, बलबीर ठाकुर, ठाकुर दास राठी, कपिल शर्मा, राकेश ठाकुर, साइ एम चांदनी, रमेश ठाकुर, दीपक जनदेवा, नीरु चांदनी, कृष्णा ठाकुर, शुक्ला शर्मा, रविकांता कश्यप, कला चौहा, एचआर हरनोट, मीना गुप्ता, मंजू चिश्ती, शबीर तरन्नुम, सुनील राणा, धीरज राणा, संजीव दीक्षित, मोहन सिंह चौहान, किशन वर्मा, शारदा शर्मा, कुलदीप शर्मा, महेंद्र राठौर, देवेंद्र राठौर और इंद्रजीत सिंह सरीखे कलाकारों को अपनी आवाज को जन-जन तक पहुंचाने का अवसर मिला है।

कोबरा फिल्म से मिली प्रसिद्धि
एसडी कश्यप 1972 में मुंबई शिफ्ट हो गए थे। बॉलीवुड संगीत निर्देशक विश्वनाथ के साथ पहली बार उन्होंने सहायक निर्देशक के रुप में काम किया। इसके बाद बतौर स्वतंत्र संगीत निर्देशक डैनी सिंगम में काम किया। एचएमवी कंपनी के साथ बतौर गीतकार व संगीतकार काम किया। मार्शल आर्ट अधारित पहली फिल्म कोबरा से उन्हें प्रसिद्धि मिली, जबकि उनकी दूसरी फिल्म अनोखा मोड़ में उनके काम को खूब सराहना मिली।