कोरोना के कारण बंद हैं मंदिराें के कपाट, बिना दर्शनों के लौटे पंजाब के श्रद्धालु

पंकज शर्मा। ज्वालामुखी

शक्तिपीठ ज्वालामुखी में दर्शनों की आस लेकर आए पंजाब के श्रद्धालुओं को बिना दर्शन किए खाली हाथ ही लौटना पड़ा और श्रद्धालुओं ने मुख्य गेट के बाहर ही माथा टेका और मंदिर में दर्शन न करने का मलाल साफ दिखाई दे रहा था। लगभग 10 लोगों का यह परिवार बड़ी आस्था व श्रद्धा के साथ ज्वालाजी मंदिरों में दर्शनों को पहुंचा था, पर मुख्य गेट के बंद होने के कारण श्रद्धालु अंदर नही जा पाए। पंजाब से आए हुए श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि मंदिर कोरोना के कारण बंद कर दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि अगर उन्हें पता होता, तो वे इतनी दूर किराया खर्च कर नहीं आते, लेकिन मन बहुत दुखी हुआ की आज माता के दर्शन नहीं हो पाए। उन्होंने बताया कि सरकार जल्द कोई सही निर्णय ले और मंदिरों को श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए जल्द खोले। वहीं, आज मंदिर बंद होने के कारण प्रसाद दुकानदार भी आहत नजर आए। दुकानदार विनोद कुमार ने बताया कि ज्वालामुखी के दुकानदारो की रोजी-रोटी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं पर ही चलती है।

इसलिए सरकार पुर्नविचार करें और मंदिरों को एसओपी के तहत जल्द खोलें, ताकि सैकड़ों परिवारों को दो वक्त की रोटी नसीब हो सके। फिलहाल सरकारी निर्देशों के चलते शक्तिपीठ ज्वालामुखी को पूर्णतया बंद कर दिया गया है, सिर्फ पूजा-अर्चना पुजारी द्वारा जारी रहेगी।