द्रास में शहीद कुलदीप का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

उज्जवल हिमाचल। नालागढ़

शहीद जवान कुलदीप की पार्थिव देह तीन दिन बाद जगतपुर गांव पहुंची जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। स्वजनों ने उनके अंतिम दर्शन किए। पत्नी व दो बेटियां पार्थिव देह आंगन में देखकर बुरी तरह से बिलख उठीं। उन्होंने जेएंडके के द्रास सेक्टर में शहादत पाई है। शहीद कुलदीप सिंह 41 वर्ष के थे और 79 मीडियम आर्टिलरी रेजिमेंट में बतौर बटालियन हवलदार मेजर (टीए) के पद पर तैनात थे। उनके शहीद होने की सूचना से समूचा नालागढ़ गमगीन है। उनके माता-पिता, पत्नी व दो बेटियां रो-रोकर बेहाल हैं।

शहीद के शव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। स्वतंत्रता सेनानी दोला सिंह के पोते शहीद कुलदीप सिंह का जन्म 6 अप्रैल 1979 को हुआ था और 10 जुलाई 1999 को वह सेना में भर्ती हुए थे। सबसे कठिन इलाकों में शुमार द्रास सेक्टर में सेवाएं देने के दौरान बैटल कैजुअल्टी में वह शहीद हो गए। एसडीएम नालागढ़ मोहिंद्र पाल गुर्जर ने बताया शहीद का शव पैतृक गांव पहुंचा और उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो गया है।