एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा ने जीता बास्केटबॉल का सरताज

उज्ज्वल हिमाचल। कांगड़ा
एमसीएम महाविद्यालय कांगड़ा में चल रहे हिमाचल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतर महाविद्यालय पुरुष प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हुआ। इस प्रतियोगिता में डॉ हरि सिंह, डायरेक्टर फिजिकल एजुकेशन एंड यूथ प्रोग्राम, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा के प्राचार्य डॉ बलजीत सिंह पटियाल ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ और टोपी पहनकर विधिवत रूप से औपचारिक स्वागत किया।

गौरवलब है इस त्रिदिवसीय अंतर महाविद्यालय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से सम्बद्ध कुल 23 महाविद्यालयों सुजानपुर, सिहुन्ता, घुमारवीं, हरिपुर मनाली, नाहन, कोटशेरा, अर्की, चंबा, रामपुर, हमीरपुर, ऊना, धर्मशाला, सोलन, मंडी, सुंदरनगर, संजौली, कुल्लू, भोरंज, ढलियारा, सरकाघाट, ठियोग और डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा ने प्रतिभागिता की ।

इस प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला एमसीएम डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा और राजकीय महाविद्यालय सरकाघाट के बीच खेला गया जिसमें च्वूकमत डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा ने राजकीय महाविद्यालय सरकाघाट को 95-52 से हराकर प्रतियोगिता का ताज पहना।

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इससे पहले हुए सेमीफाइनल मुकाबलों में पहला सेमीफाइनल एमसीएम डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा और पीजी सेंटर शिमला के बीच खेला गया जिसमें कांगड़ा ने शिमला को 74-34 के अंतर से हराया। दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला राजकीय महाविद्यालय सरकाघाट और राजकीय महाविद्यालय ठियोग के बीच खेला गया जिसमें सरकाघाट ने ठियोग को 50-25 के अंतर से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। तीसरे स्थान के लिए मुकाबला पीजी सेंटर शिमला और राजकीय महाविद्यालय ठियोग के बीच खेला गया। इसमें राजकीय महाविद्यालय ठियोग ने पीजी सेंटर शिमला को 74-60 से हराया।

मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर सभी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा में आकर गोरवान्बित महसूस कर रहे हैं और उन्हें यहां आकर पुरानी यादें ताजा हो गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बच्चों को मोबाइल आदि पर ज्यादा समय व्यतीत करने की अपेक्षा खेल पर अधिक ध्यान देना चाहिए इससे शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियां दूर रहती हैं।

अभी हाल ही हम कोविड की त्रासदी से गुजरे हैं और कोविड में वही सुरक्षित रह पाया है जिसकी रोग प्रतिशोधक क्षमता अधिक थी। खेलों से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। उन्होंने कहा की सभी को विशेष रूप से विद्यार्थियों को नशे से दूर रहना चाहिए और खेलों पर ध्यान देना चाहिए। नशे से न केवल अपना जीवन बल्कि परिवार और समाज को भी समाप्त होता है। हमारी संस्कृति विश्व कल्याण की भावना में विश्वास रखती है और विश्व कल्याण का सबसे अच्छा साधन है खेल।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में जे सी कटोच, बृजेंद्र शील, वेद प्रकाश, अजय वर्मा, अशोक शर्मा, नागेश्वर मनकोटिया, अजय सूद, सेक्रेटरी हिमाचल प्रदेश बास्केटबॉल एसोसिएशन, संदीप मित्तल, सेक्रेटरी कांगड़ा बास्केटबॉल एसोसिएशन, रिटायर्ड एसोसिएट प्रोफेसर लालचंद और ओम प्रकाश उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त इस प्रतियोगिता में ऑफिशल्स की भूमिका उमेश पाल कुलदीप ठाकुर, जगमोहन राणा, कुणाल शर्मा, पुनीत ठाकुर, मोनिका और विनय डढवाल ने निभाई। अंत में मुख्य अतिथि ने सभी विजेता खिलाड़ियों, विशिष्ट अतिथियों और ऑफिशल्स को समृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया ।

संवाददाताः अंकित वालिया

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