प्रशासन के प्रयासों से घर-द्वार मिली दवाईयां

उज्जवल हिमाचल। इंदौरा

कोरोना महामारी के खतरे के दृष्टिगत जारी लॉकडाउन के दौरान हर व्यक्ति मन ही मन अपने-अपने परिवार के लिए चिंतित था। इस दौरान जीवन रक्षक दवाईयों के सहारे अपना जीवन जीने वाले मरीजों को अपनी दवाईयों की चिंता सबसे ज्यादा सता रही थी। इंदौरा उपमंडल प्रशासन की पहल से मरीजों को जहां उनकी जरूरी दवाईयां घर-द्वार पर मिलना किसी संजीवनी से कम नहीं लग रहा है। वही प्रवासी, घुमंतु तथा गरीब परिवारों के लिए घर जाकर राशन व फूड पैकेट पहुंचाने की व्यवस्था करने से किसी भी गरीब को भूखे पेट नहीं सोना पड़ा है।

एसडीएम गौरव महाजन ने मरीजों को उनकी मांग पर घरों में जरूरी दवाईयां उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ एजुकेटर यशपाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इसके अतिरिक्त ईसीएचएस पठानकोट से अपना नियमित ईलाज करवाने वाले पूर्व सैनिकों के लिए घण्डरा निवासी एवं भारतीय सेना से सेवानिवृत्त कर्नल नृपदेव सिंह कटोच संकट की इस घड़ी में सभी सैनिक परिवारों की मदद के लिए स्वेच्छा से प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा अब तक 350 मरीजों को सीमांत राज्य पंजाब व अन्य जगहों से उनके घरों पर दवाईयां पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, जबकि ईसीएचएस पठानकोट से 50 मरीजों को उनकी मांग पर घरों में दवाईयां मुहैया करवाई गई हैं।

एसडीएम गौरव महाजन का कहना है कि प्रशासन जरूरतमंद परिवारों को राशन के अतिरिक्त उनकी रोजमर्रा की जरूरतों का भी विशेष ध्यान रख रहा है। इसके अतिरिक्त मरीजों के लिए घर द्वार पर दवाईयां मुहैया करवाने के साथ-साथ रोजमर्रा की अन्य जरूरी वस्तुओं की फ्री होम डिलीवरी की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया गया है।