शिक्षा सचिव से की पीटीए पैरा पैट के शीघ्र नियमितीकरण की मांग

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान एवं जिला अध्यक्ष महावीर कैंथला के साथ प्रधान सचिव शिक्षा राजीव शर्मा से मिला। इस दौरान संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने पीटीए पैरा पेट के नियमितीकरण हेतु सरकार को प्रस्ताव भेजने पर बात रखी। शिष्टमंडल ने कल सभी अधिकारियों एवं शाखाओं में संबंधित अधिकारियों से बात की जिससे मालूम हुआ कि अभी सरकार को इनके नियमितीकरण हेतु प्रपोजल जानी है उसके बाद शिष्टमंडल ने निदेशक उच्च एवं निदेशक प्रारंभिक से मुलाकात कर पीटीए पैरा एवं पैट अध्यापकों के नियमितीकरण के लिए प्रपोजल बनाने की मांग की थी। जिस पर दोनों निदेशकों ने कहा कि हमने लगभग प्रपोजल तैयार कर दी है जो भेजनी बाकी है। इसी संदर्भ में आज शिष्टमंडल प्रधान सचिव शिक्षा से मिला। संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की कि लेफ्टाउट टीचर सहित 1 अप्रैल 2018 से ही नियमितीकरण के लिए प्रपोजल कैबिनेट के लिए भिजवाई जाए साथ ही जो शिक्षक पीटीए से छोड़कर कॉन्ट्रैक्ट के पदों पर नियुक्ति में गए हैं, जिनकी संख्या लगभग 300 के आसपास है उन्हें भी नियमितीकरण का लाभ दिया जाए। जिस पर सचिव शिक्षा ने संघ को आश्वासन दिया कि इन शिक्षकों के हित मे ही ड्राफ्ट कैबिनेट में भेजा जाएगा।

प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कॉन्ट्रेक्ट में लगे हुए शिक्षकों जिनका 3 वर्ष का सेवाकाल 31 मार्च 2020 तक पूरा हो गया है जिसमें 700 से अधिक टीजीटी एवं 50 के आसपास न्यू लेक्चरर शामिल हैं उनके नियमितीकरण के लिए अभी तक विभाग द्वारा कोई भी प्रक्रिया शुरू नहीं की गई। इस बात पर भी सचिव से संघ ने विस्तृत चर्चा की और इनके नियमितीकरण के लिए स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा शीघ्र छंटनी प्रक्रिया कर नियमितीकरण की सूची जारी कर इन्हें 1 अप्रैल 2020 से लाभ देने की मांग की। सचिव ने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही टीजीटी न्यू लेक्चरर की नियमितीकरण की सूची जारी कर दी जाएगी। संघ ने एसएमसी शिक्षकों के नीति नवीनीकरण की भी बात रखी और उन्हें पिछले 5 महीने से सैलरी नहीं दिए जाने का मामला भी प्रकाश में लाया। संघ ने उपनिदेशकों एवं प्रधानाचार्य के पदों पर पदोन्नति की भी मांग की।सभी मुद्दों पर सचिव ने आश्वासन दिया है। संघ ने प्रधान सचिव शिक्षा राजीव शर्मा की इस पद पर नियुक्त होने पर बधाई दी है।