सरकाघाट में जमकर गरजे कामरेड, SDM के माध्यम से भेजा राष्ट्रपति को ज्ञापन

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मंगलवार को सरकाघाट में धरना प्रदर्शन किया। इसके उपरांत कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजा। इस धरने का नेतृत्व पार्टी नेता मुनीष शर्मा व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने किया। धरने में सरकाघाट और धर्मपुर क्षेत्र के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पुुराना बस स्टैंड सरकाघाट पर धरना प्रदर्शन कर मांगो के समर्थन में नारे लगाए। इस अवसर पर भूपेंद्र सिंंह ने कहा कि मौजूदा महामारी के महासंकट के दौर में देश की जनता के एक बड़े हिस्से की आजीविका के सारे साधन छीन गए हैं। उन्होंनेे कहा कि लॉकडॉउन की वजह से देश में 15 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गए हैं।

भूखे प्रवासी मज़दूर मजबूरी में अपने गांवों की ओर पैदल यात्रा कर रहे हैं और एक हजार के लगभग लोग इस यात्रा में जान भी गवा चुके हैं। इससे हमारे देश का असली चेहरा भी सामने आया है। इससे मार्मिक सत्य सामने आया है कि आज भी हमारे देश में जनता का बहुत बड़ा हिस्सा भूख की मार झेल रहा है। लेकिन इस विकट स्थिति में भारत सरकार देश की जनता को उचित राहत नहीं दे पाई है और ऐसे निर्णय ले रही है, जो जनता के हक में नहीं हैं।

इन परिस्थितियों को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने राष्ट्रपति से मांग की है, कि केंद्र सरकार आयकर सीमा के नीचे आने वाले सभी परिवारों को छह माह की अवधि तक 7500 रुपए नगद सहायता प्रदान की जाए। इसके अलावा छह माह के लिए प्रति व्यक्ति हर माह दस किलो खाद्यान्न, मनरेगा में दो दिनों का काम और 350 रुपए दैनिक मजदूरी दी जाए। सभी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने की मुहिम पर रोक लगाई जाए और राष्ट्रीय संपत्तियोंं की लूट रोकी जाए और श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलाव वापिस लिए जाए। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों केसीसी पर दिए गए 3 लाख रुपए तक के ऋण भी माफ किया जाए।