सुरेंद्र मिंहास। फतेहपुर
भारतीय मजदूर संघ ने भारत जागो अभियान के आखिरी दिन गुरुवार को एसडीएम फतेहपुर बलबान चन्द के माध्यम से प्रदेश व केंद्र सरकार को ज्ञापन भेज श्रमिक विरोधी नीतियों को वापिस लेने की अपील की। ज्ञापन देने से पूर्व मीडिया से रूवरू होते भामस के प्रदेशउपाध्यक्ष मदन राणा ने कहा कि कोविड 19 काल दौरान जहां निजी सैक्टर में तैनात हजारों कर्मी बेरोजगार हो गए हैं, तो वहीं उन्हें कामकाज के दिनों की सैलरी न देकर उनके साथ घोर अन्याय किया है। वहीं काम करने की समय सीमा बढ़ाकर भी उनका शोषण किया जा रहा है। जिसे भामस किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी।
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उन्होंने कहा जिस तरह कोरोना काल में अन्य कोरोना योद्धा दिन रात ड्यूटी पर डटे रहे उसी तरह आशा कार्य कर्ता भी तैनात रही। जिसके चलते इन्हें पूरा मान सम्मान देते हुए रेगुलर होने तक कम से कम 18000 रु प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। उन्होंने सरकार को चेतावनी भी दी कि भामस को हल्के में लेने की गलती न करें, अन्यथा इसके गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा भामस ने 24 जुलाई से 30 जुलाई तक देश व्यापी भारत जागो अभियान शुरू किया था। जिसका गुरुवार को अंतिम दिन था।
उन्होंने बताया इस दौरान जिलाधीशों, सांसदों व उपमंडलाधिकारी (नारगिक) के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश सरकारों को ज्ञापन भेज मजदूर विरोधी नीतियों को बंद करने का निवेदन किया है साथ में चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो भामस को कोई दूसरा रास्ता अपनाना पड़ सकता है। इस मौके पर आशा कार्यकर्ता संघ की प्रदेशाध्यक्ष किरण वाला, महासचिव सुनीता देबी ,ब्लॉक फतेहपुर प्रधान भामस कृष्ण गोपाल, सचिव सोमराज, मुख्य सलाहकार अविन्दर शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष सिंह, संसारपुर टैरेस प्रधान विनोद गुलेरिया, बडूखर प्रधान देश राज सेठी सहित अन्य उपस्थित रहे।