उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला
एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने उप कुलपति को छात्रों की मांगों को लेकर आज ज्ञापन सौंपा। एसएफआई ने उप कुलपति के सामने मांग रखी कि हिमाचल में PG के छात्रों को लेकर विश्वविद्यालय अपना रुख स्पष्ट करें और साथ ही एसएफआई ने UIT में ट्यूशन फीस के अलावा जो अतिरिकत फीस वसूली जा रही है उस लूट को बंद करने की मांग भी रखी।
एसएफआई ने कहा कि इस कोरोना के दौर के अंदर जहां एक तरफ संस्थान लम्बित परिणाम घोषित नही कर पा रहा है बजाय उसके वहाँ पर छात्रों का फीस के नाम पर आर्थिक शोषण किया जा रहा है । उप कुलपति ने ये आश्वासन दिया कि इस बार अतिरिक्त फीस नही ली जाएगी।
एसएफआई कैंपस अध्य्क्ष रविन्द्र चंदेल ने कहा कि जो विश्वविद्यालय को 40,000 करोड़ की ग्रांट राज्य सरकार से मिलती थी वो इस बार नही दी गयी है ये साफ दर्शाता है कि हमारी सरकार तथा शिक्षा मंत्रालय उच्च शिक्षा को लेकर कितना गंभीर है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार लगातार शिक्षा को गर्त की तरफ धकेल रही है। UILS में भी कमोबेश यही स्तिथि है ।एसएफआई ने उप कुलपति के सामने ये भी माँग रखी कि जो विश्वविद्यालय में कोविड कमिटी बनी है उसकी सिफारिशों को सार्वजनिक किया जाए कि उस कमेटी ने छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर क्या सुझाव दिए उनको सार्वजनिक किया जाए। कैंपस सचिव गौरव ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रदेश के हर कोने से छात्र पढ़ता है और उसके साथ ही बहुत से छात्र हिमाचल से बाहर के भी पढ़ते है।
अगर परीक्षा होगी तो होस्टल खोलना बहुत जरूरी है। ताकि छात्र मानसिक तनाव से मुक्त होकर अपनी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें। एसएफआई ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द इन मुद्दों को लेकर कोई सकारात्मक कदम नही उठाये गए तो एसएफआई उग्र आंदोलन करेगी जिसकी पूरी जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशाशन की होगी।