चीन की सरहद पर लापता हुए सैनिक शहीद करार

अखिलेश बंसल। बरनाला

अरुणाचल प्रदेश में चीन सरहद पर ड्यूटी के दौरान गत 22 जुलाई लापता हुए जिला बरनाला के गांव कुतबा निवासी एवं 4 प्रशिक्षण सिख रेजीमेंट सिपाही सतविन्दर सिंह (19) को पंजाब सरकार ने शहीद करार दे दिया है, जिसे गांव कुतबा स्थित गुरुद्वारा साहिब में आयोजित किए गए अंतिम अरदास एवं श्रद्धांजलि समागम के दौरान श्रद्धांजलि देने पहुंचे डिप्टी कमिश्नर बरनाला तेज प्रताप सिंह फुलका ने राज्य सरकार द्वारा भेजा गया 5 लाख रुपए का एक्स ग्रेशिया अनुदान चैक परिवार को सौंपा।

इस मौके पर सिविल और पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों में जिला रक्षा सेवाएं अधिकारी मनिन्दर सिंह रंधावा, आईपीएस डा. प्रज्ञा जैन के अतिरिक्त अलग-अलग सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक हस्तियां उपस्थित थी। गौरतलब है कि सेना व सरकार द्वारा शहीद करार दिए गए सिपाही सतविंदर सिंह कुतबा की भारतीय सेना में भरती 22 दिसंबर, 2018 को हुई थी, जो कि 21 जुलाई, 2020 को चीन बार्डर और पैट्रोलिंग ड्यूटी दौरान अपने एक अन्य साथी जवान लखबीर सिंह समेत लापता हो गया था। साथी की लाश तो वहां से गुजरती नदी में से मिल गई है।

अगले दिन 22 जुलाई को पारिवारिक मैंबर को फोन पर सूचना मिली थी कि सतविंदर सिंह की ड्यूटी के दौरान लकड़ी का पुल पार करते समय मौत हो गई है। जवान सतविंदर सिंह का पिट्ठू बैग, तो मिल गया है, परंतु उसका कोई सुराग नहीं मिल सका।

श्रद्धांजलि समागम होने के बावजूद माँ को है बेटे के जिंदा होने की आस
जवान सतविंदर सिंह कुतबा को लापता हुए तीन महीने हो गए हैं, भारतीय सेना अधिकारियों और पंजाब प्रदेश सरकार ने सतविन्दर सिंह कुतबा को शहीद भी करार दे दिया है। श्रद्धांजलि समागम के दौरान परिवार ने सरकार की तरफ से भेजा एक्स ग्रेशिया अनुदान चैक भी प्राप्त कर लिया है, उसके बावजूद जवान सतविन्दर सिंह कुतबा की माता सुखविंदर कौर को अभी भी जिगर के टुकड़े की सही सलामत घर लौटने और देश की सरहद पर पहले की तरह ड्यूटी करने की आशा है।