वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र मोहन रमोल के निधन पर शोक जताया

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई
गिरीखंड पत्रकार परिषद की आपातकाल बैठक परिषद अध्यक्ष जगत सिंह तोमर की अध्यक्षता में संपन्न हुई है। बैठक में वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र मोहन रमोल के निधन पर शोक व्यक्त किया गया तथा 5 मिनट का मौन रखकर निरंकारी से दिवंगत आत्मा को शांति तथा परिजनों को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की गई है। अध्यक्ष जगत सिंह तोमर ने बताया कि नरेंद्र मोहन रमोल का पत्रकारिता कार्यकाल अकल्पनीय रहा है। इन्होंने पत्रकारिता के माध्यम से विकास के नए आयाम स्थापित किये है, खबरों के माध्यम से सरकार, समाज, प्रशासन व जनता को जागरुख कर भष्र्टाचार व दलगत नीतियों की पोल खोली है जिससे जिला, प्रदेश व देश को नई राह मिली है जिला सिरमौर ने पत्रकारिता क्षेत्र में कोहिनूर को खो दिया है इनकी क्षति पूरी नही की जा सकती है। नरेंद्र मोहन रमोल कोरोना पॉजिटिव थे, 83 वर्ष की आयु में कोरोना संक्रमण होने से देहांत हो गया है। समूचे देश में कोरोना संक्रमण के दौरान सभी पत्रकारों ने अपनी जिम्मेदारी निष्ठा पूर्वक निभाई है लेकिन केंद्र से लेकर राज्य सरकारों को नही दिखाई दिया, जब देश अपने घरों में बंद था तो प्रशासन से अधिक व अच्छा कार्य यदि किसी ने किया है तो वह देश का पत्रकार है। कोरोना संक्रमण में भाई, बहन, पत्नी, माता, पिता, रिश्तेदार पत्रकारों ने खो दिए हंै, लड़ाई लड़ते हुए खुद में भी कई बार कोरोना संक्रमण के लक्षण आए, लेकिन अपनी लड़ाई से पीछे नही हटे है। पत्रकार कल भी रहा आज भी है और कल भी देश सेवा में तत्पर रहेगा, इसलिए सरकार से अपील की जाती है कि देश का चौथा स्तंभ जिस पर टिका है वह खोखली दीवार है। इसलिए इसे ठोस बनाए, बाकी तीनो स्तंभों की तरह मजबूती दें, प्रदेश सरकार से परिषद आग्रह करती है कि पत्रकारों के लिए कम से कम एक करोड़ रुपये सुरक्षा बीमा का प्रावधान करें, पत्रकारों को कोरोना योद्धा दर्जा देकर समानित करें तथा वरिष्ठ पत्रकार की कोरोना संक्रमण से मौत होने पर मुआवजा दें, मांगों को लेकर प्रस्ताव प्ररित कर प्रदेश सरकार को आगामी कार्रवाई के लिए भेज जाता है। इस अवसर पर महासचिव उदय भारद्वाज, कोषाध्यक्ष पंकज शर्मा, अजय शर्मा, टिका राम शर्मा, राजपाल शर्मा, भीम ठाकुर, आशा नेगी, बिशन तोमर सहित दर्जनों सदस्य व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।