हमीरपुर में NDRF की 27 अप्रैल को होगी मॉक ड्रिल बचाव कार्यो का अभ्यास करेगी NDRF टीम

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर 

हमीरपुर जिला में भूकंप जैसी आपदा से निपटने के लिए आवश्यक तैयारी, आपदा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न प्रबंधों एवं संसाधनों के वास्तविक आकलन तथा इनसे जुड़े विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय को बढ़ावा देने के लिए 27 अप्रैल को हमीरपुर में एनडीआरएफ के सहयोग से मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।

मॉक ड्रिल के लिए आवश्यक तैयारियों के लिए मंगलवार को यहां हमीर भवन में टेबल टॉप एक्सरसाइज की गई। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष देबश्वेता बनिक की अध्यक्षता में आयोजित इस एक्सरसाइज के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशानुसार नूरपुर स्थित एनडीआरएफ की 14वीं बटालियन के सहयोग से बुधवार को करवाई जा रही इस मॉक ड्रिल के दौरान जिला मुख्यालय में चार स्थानों पर बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा।

बचाव कार्यों को सुनियोजित एवं सुचारू ढंग से अंजाम देने के लिए ब्वायज स्कूल के मैदान में स्टेजिंग एरिया स्थापित किया जाएगा। आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभाग अपने यहां उपलब्ध संसाधनों को स्टेजिंग एरिया तक पहुंचाएंगे और यहीं से बचाव कार्यों का संचालन किया जाएगा।

उपायुक्त ने सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को बुधवार सुबह सायरन बजते ही मशीनरी, अधिकारियों-कर्मचारियों और अन्य संसाधनों सहित स्टेजिंग एरिया में पहुंचने के निर्देश दिए हैं, ताकि मॉक ड्रिल को बेहतर समन्वय के साथ अंजाम दिया जा सके।

उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी मॉक ड्रिल को गंभीरता से लें और आपदा के दौरान अपने विभाग के माध्यम से किए जाने वाले कार्यों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ की टीम द्वारा किए जाने वाले रेस्क्यू की बारीकियों को भी समझें, ताकि भविष्य में जिला में किसी भी तरह की आपदा के दौरान बचाव कार्यों को सफलतापूर्वक किया जा सके।

इस अवसर पर एडीएम जितेंद्र सांजटा, एसडीएम डॉ. चिरंजी लाल चौहान, होमगार्ड के कमांडेंट सुशील कुमार कौंडल, एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट अनिल कुमार, तहसीलदार डॉ. अशोक पठानिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्रिहोत्री और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।