आज के समय मे हिमाचल में 12वीं और आईटीआई की परीक्षा करवाना कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण देना साबित होगा: नेगी निगम भंडारी

उज्जवल हिमाचल । शिमला

हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच हिमाचल प्रदेश में भी महामारी ने पूरी तरह से पैर पसार दिए है I जिसे देखते हुये हमारा हिमाचल के शिक्षा मंत्री और तकनीकी शिक्षा मंत्री से आग्रह है कि जिस तरह प्रधानमंत्री जी ने CBSE की 12वी की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की उसी तर्ज़ पर प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और तकनीकी शिक्षा विभाग को भी 12वी कक्षा और आईटीआई की परीक्षाओं को भी रद्द किया जाए । मैं पिछले दो सप्ताह से छात्रों के अभिभावकों, परीक्षा में बैठने वाले छात्रों और शिक्षकों के सम्पर्क में हूँ, जिनसे बात करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचा हूँ कि कोरोना की इस लहर में छात्रों को परीक्षा केंद्र में बुला कर परीक्षा करवाना कहीं न कहीं हिमाचल में कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण देना है ।

नेगी निगम भंडारी ने कहा है कि कोरोना महामारी हिमाचल के अधिकतर गांवो, कस्बो में फैल चुकी हैं जिससे प्रदेश के लोगो में डर का माहौल बना हुआ है । आज हिमाचल में छात्र, शिक्षक और उनके अभिभावक परीक्षाओं को लेकर चिंतित है । उनकी चिंता का मुख्य कारण परीक्षाओं के आयोजन को लेकर है । छात्रों की मानसिकता पर कोरोना महामारी का गहरा प्रभाव पड़ा है। मनोवैज्ञानिक और सुरक्षा की दृष्टि से भी देखा जाए तो छात्र परीक्षा केंद्र में पहुंच कर परीक्षा में बैठने के लिए तैयार नहीं हैं और ऐसे माहौल में देश का भविष्य युवा पीढ़ी को परीक्षा में लेकर जाना किसी के लिए भी सही फैसला नहीं होगा ।

नेगी ने कहा कि अगर परीक्षा करवाई जाती है तो परीक्षा केंद्र संक्रमण फैलाने में सबसे बड़ी भूमिका निभा सकता है, जहा पर छात्रों शिक्षकों और शिक्षा विभाग के स्टाफ को कोरोना संक्रमण का खतरा रहेगा और इन सभी का परिवार और इनके आस पास रहने वाले लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं, जिससे हिमाचल में कोरोना की तीसरी लहर आने का खतरा बढ़ जाएगा । हिमाचल की 70% प्रतिशत जनसंख्या को अभी भी कोरोना का टीका नहीं लगा है, इनमें भी सबसे ज्यादा जनसंख्या 40 साल से कम आयुवर्ग की है, जिसमे युवा और बच्चे शामिल है । बिना टीका लगाए इन्हें एक दूसरे के नजदीकी संपर्क में लाना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है । मेरा हिमाचल सरकार और शिक्षा विभाग से विनम्र आग्रह है कि जिस तरहा सेंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (CBSE) ने 12 वी कक्षा की परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया है, उसी तर्ज पर हिमाचल में भी 12 वी और आईटीआई की परीक्षाओं को रद्द किया जाए । इस समय सबसे बड़ी परीक्षा मिलजुल कर इस सदी की सबसे बड़ी महामारी को हराना है, जिसके लिये हम वचनबद्ध हैं ।