त्याग और समर्पण का दूसरा नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस : डाॅ. रमेश चंद शर्मा

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर

भाषा एवं संस्कृति विभाग ज़िला हमीरपुर द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत नेताजी की 125 वीं जयंती एवं पराक्रम दिवस के उपलक्ष्य पर संगोष्ठी का आयोजन सुभाष चंद्र बोस स्मारक राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर के सभा कक्ष में किया गया। परिसर में नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि डाॅ. रमेश चंद शर्मा वरिष्ठ लेखक एवं सेवानिवृत्त प्राचार्य ने कहा नेताजी का संपूर्ण जीवन त्याग, बलिदान और संघर्ष का रहा है। उन्होंने देश को सर्वोपरि मानते हुए देश को आजाद करवाने के लिए आजाद हिंद फौज की स्थापना की।

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर दिनाक्षी शर्मा ने देश भक्ति की कविता बहुत फर्क है प्रस्तुत की। कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य डाॅ. मधुरस्वर मिश्रा ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। जिला भाषा अधिकारी हमीरपुर ने नेताजी के विद्यार्थी जीवन के प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए उनके क्रांतिकारी विचारों पर विस्तार से चर्चा की और उन्होंने कहा कि नेताजी के जीवन के बहुमूल्य आदर्शों को आत्मसात कर उनके आदर्शों पर चलना ही नेताजी के लिए वास्तव में सच्ची श्रद्धाञ्जलि होगी।

कार्यक्रम संयोजक डॉ राकेश कुमार शर्मा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज के कार्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम आयोजन सचिव संजय कुमार ने मंच संचालन किया व सभी का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में डॉ. अमरजीत अत्री, प्रो. मनोज कौंडल, प्रो रवि दत्त, राजेंद्र कुमार, राकेश कुमार, प्रवीण कुमार, रमनदीप, मनीष कुमार व सौरभ ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कोविड दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित की गई।